कालका, 06 जून 2023 (यूटीएन)। विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला रेल मार्ग पर जल्द ही नए डिजाइन और तकनीक से लैस पारदर्शी पैनोरमिक कोच नजर आएंगे। आरसीएफ कपूरथला ने दो नए डिजाइन के पारदर्शी (पैनारोमिक) कोचों को तैयार कर कालका वर्कशॉप भेजा है। अब यहां पर इनक व्हील लगाए जाएंगे, इसके बाद जल्द ही आरडीएसओ की टीम कालका-शिमला रेल मार्ग पर इसका ट्रायल करेगी। ट्रायल सफल रहने के बाद कोच का नियमित प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा।चौड़ी खिड़कियाें को जरूरत के अनुसार खोल सकेंगे इन नैरो गेज पैनोरमिक कोचों की बड़ी।
और चौड़ी खिड़कियों को जरूरत के अनुसार खोला भी जा सकेगा। इससे बाहर की झलक देखने को मिलेगी। इन कोचों की छत का कुछ भाग भी पारदर्शी होगा। मुग्ध करने वाले पहाड़ी दृश्यों का कोच में बैठे ही आनंद भी उठाया जा सकेगा। रेलवे मंत्रालय के आदेश पर आरसीएफ डिजाइन तैयार करने में जुटा है। डिब्बों का मुख्य आकर्षण आरामदायक सीटों को ट्रेन की दिशा के अनुसार 180 डिग्री तक घुमा भी सकेंगे। कोच का अंदरूनी हिस्सा खूबसूरत एफआरपी पैनल से सुसज्जित होगा। यह कोच सीसीटीवी और फायर अलार्म आदि जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस होगा।
भारतीय रेलवे की तरफ से आरसीएफ को उत्तर भारत के प्रमुख पर्यटक यात्रा मार्ग कालका शिमला रेल के लिए अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं वाले कोचों का निर्माण करने के लिए कहा गया है। 30 डिब्बों का होगा निर्माण रेल कोच फैक्ट्री कालका-शिमला रेलवे के लिए शुरुआत में 30 नैरो गेज पैनोरमिक डिब्बों का निर्माण करेगी। आरसीएफ ने एलएचबी तकनीक पर आधारित नए कोचों के लिए शुरुआती डिजाइन तैयार किए हैं। इन डिब्बों के लिए स्टेनलेस स्टील के हल्के वजन वाले शेल डिजाइन के अलावा बोगियों को अपग्रेड करने और ब्रेक सिस्टम में सुधार की योजना बनाई है।
हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।