बड़ौत, 17 फरवरी 2024 (यूटीएन)। रमजान के पवित्र मुबारक महीने पर रमजान के पहले जुमे की नमाज़ रोजेदारों ने अदा किया। क्षेत्र की मर्कजी मस्जिद सहित करीब 400 मस्जिदों में रोजेदारों ने हर्षोल्लास के साथ जुमे का नमाज अदा की। इस दौरान मस्जिदों में नमाजियों की खास उत्साह देखा गया । रोजेदारों ने मस्जिद में बड़े अकीदत और एहतराम के साथ जुमा की नमाज़ अदा की गई । जुमा की अजान से पहले ही रोजेदार अपने काम-काज छोड़ कर मस्जिदों में पहुंच गये। नमाज से पहले शहर इमाम मौलाना आरिफ उल हक ने रमजान की अहमियत, शवाब तथा दीनी बातों पर तकरीर की।
इस दौरान रमजान की फजीलत पर रोशनी डाली गयी और रमजान के पाक महीने में रोजेदारों को ज्यादा से ज्यादा नेकियां कमाने का संदेश दिया गया। बताया कि,इस्लाम में जुमा की बड़ी फजीलत है।आम जुमा में भी नमाजियों की तादाद काफी रहती है, लेकिन रमजान महीने की जुमा में बहुत बड़ी तादाद में लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद पहुंचते हैं। इसी कारण हर मसजिद में नमाज पढ़ने के लिए अलग से व्यवस्था की गयी थी।मस्जिद में इमाम खुतबा होने के बाद लाेगों ने जमात के साथ जुमा की नमाज अदा की।
*इन मस्जिदों में उमड़ी भीड़*
जमा मस्जिद, मदीना मस्जिद, तकिये वाली मस्जिद, सुनहरी मस्जिद, छत्ते वाली मस्जिद, बड़ी मस्जिद, छोटी मस्जिद, गोल मस्जिद, भांडे वाली मस्जिद सहित सभी छोटी बड़ी सभी मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ रही। कई मसजिदों की छतों पर भी नमाजियों के लिए व्यवस्था की गयी थी।
*नेकियां कमाने व गुनाहों से तोबा करने का सबसे अफजल महीना है रमजान*
मर्कजी मस्जिद फूंस वाली के शहर इमाम मौलाना आरिफ उल हक ने जुमे की नमाज से पहले अपनी तकरीर में कहा कि इस महीने में रोजेदार पर अल्लाह का खास करम होता है। ये महीना नेकियां कमाने का है. रोजेदार इस महीने में इबादत के जरिए गुनाहों से तोबा करने का महीना है। उन्होंने कहा कि रमजान में हमें गरीबों, जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने जुमा के महत्व के बारे में बताया। कहा कि अल्लाह का फरमान है कि नेक बनो। अल्लाह को राजी करना है, तो अच्छाइयों को अपनाओ। कहा कि, नमाज व रोजा हर मुसलमान का फर्ज है।रोजा रखने से इंसान कई नेकियां कमाता है।