नई दिल्ली, 16 मार्च 2023 (यूटीएन)। देश में दिल की
बीमारियां महामारी का रूप लेती जा रही हैं। अब आईसीएमआर की एक रिपोर्ट में इसे लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, देश में होने वाली कुल मौतों में से 28 प्रतिशत मौतों की वजह दिल की बीमारी होती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सभा में यह जानकारी दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने
राज्यसभा में दिया लिखित जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यसभा में दिए
एक लिखित जवाब में बताया कि आईसीएमआर ने भारत: राष्ट्र के राज्यों का स्वास्थ्य नाम से एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2016 में देश में होने वाली कुल मौतों में से 28.1 फीसदी मौतें दिल की बीमारियों की वजह से हुईं।
वहीं साल 1990 में
यह आंकड़ा 15.2 फीसदी था। ये जानकारी भी है रिपोर्ट में रिपोर्ट में
बताया गया है कि साल 1990 में देश में एक दूसरे के संपर्क में आने वाली बीमारियों, मातृत्व संबंधी बीमारियों, नवजात बच्चों की बीमारियों और कुपोषण संबंधी बीमारियों से 53.6 फीसदी लोगों की मौत हुई थी। वहीं चोट लगने के कारण 8.5 फीसदी लोगों की मौत हुई थी। साल 2016 में एक दूसरे के संपर्क में आने वाली बीमारियों, मातृत्व, नवजात बच्चों की बीमारियों और
कुपोषण संबंधी बीमारियों से मरने वालों का
आंकड़ा घटकर 27.5 फीसदी रह गया है। वहीं चोट से मरने वालों का आंकड़ा 10.7 फीसदी है और अन्य बीमारियों से मरने वालों की संख्या 61.8 फीसदी है।