अयोध्या, 17 मार्च 2025 (यूटीएन)। राम मंदिर अयोध्या-उत्तर प्रदेश, भारत में आंशिक रूप से निर्मित हिंदू मंदिर परिसर है। जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवता राम का पौराणिक जन्मस्थान है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने रविवार को बताया कि कुल 396 करोड़ रुपए टैक्स के रूप में सरकार को दिया गया है। बैठक के बाद चंपत राय ने बताया कि 272 करोड़ रुपये वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के रूप में चुकाए गए। शेष लगभग 130 करोड़ रुपये अन्य कर श्रेणियों के तहत चुकाए गए। इनमें टीडीएस के रूप में 39 करोड़ रुपये, श्रम उपकर के लिए 14 करोड़ रुपये, ईएसआई के लिए 7.4 करोड़ रुपये और बीमा के लिए 4 करोड़ रुपये शामिल हैं।
यह राशि 5 फरवरी 2020 से 28 फरवरी 2025 के बीच चुकाई गई। चंपत राय ने आगे बताया कि पिछले पांच सालों में अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में दस गुना वृद्धि हुई है। जिससे यह एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र बन गया है और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। चंपत राय ने बताया कि महाकुंभ के दौरान 1.26 करोड़ श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। जीएसटी में 272 करोड़ रुपए दिए गए
राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक मणिराम दास छावनी में हुई। ट्रस्ट की बैठक संपन्न हुई मौके पर सात सदस्य मौजूद रहे। बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में चार सदस्य मौजूद रहे। बैठक में खाते की जानकारी दी गई। ट्रस्ट का गठन 5 फरवरी 2020 को हुआ था। 5 साल में ट्रस्ट के खाते से विभिन्न सरकारी एजेंसियों को 396 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। अकेले जीएसटी से 272 करोड़ रुपए दिए गए।
अब तक कितने करोड़ रुपए खर्च हुए…………….
जन्मभूमि के नक्शे के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण को 5 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। भूमि पंजीकरण शुल्क राजस्व कर के रूप में 29 करोड़ का भुगतान किया गया है। 10 करोड़ का बिजली बिल का भुगतान किया गया है। वहीं, पिछले 5 साल में कुल 2150 करोड़ का खर्च दिया गया है। वहीं, राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण निगम को 200 करोड़ रुपए का काम दिया गया है।
कब तक पूरा बनकर तैयार हो जाएगा राम मंदिर ?
शेष अवतार मंदिर का निर्माण अगस्त में पूरा हो जाएगा। मंदिर निर्माण का काम 80 फीसदी पूरा हो चुका है। अप्रैल तक राम मंदिर में बनने वाले मंदिर की सभी मूर्तियां अपने स्थान पर स्थापित हो जाएंगी। सितंबर 2025 तक राम मंदिर का पूरा निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यात्रियों की सुविधाके लिए राम मंदिर में गेस्ट हाउस बनाया जाएगा। यात्रियों के सहयोग से यात्री मामूली खर्च देकर इसका लाभ उठा सकते हैं। वहीं मंदिर निर्माण के लिए लार्सन एंड टूब्रो को 1200 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। साथ ही बताया गया कि आचार्य सत्येंद्र दास के बाद राम मंदिर में कोई मुख्य पुजारी नहीं होगा।