पंजाब, 02 जून 2023 (यूटीएन)। कलियुग के दौर में जहां समाज में फैल रही बुराईयां हर वर्ग को अपनी चपेट में ले रही हैं। वहीं युवा पीढ़ी भी किसी ना किसी बुरी संगत में धंसने के साथ ही नशे का शिकार हो रही है। इस कलियुग के दौर में हमें अपने बच्चों को गुरुवाणी के साथ जोड़ना चाहिए। उक्त प्रवचन मोगा में प्रमुख समाज सेवी कुनल अरोड़ा के निवास स्थान पर पहुंचे गुरुद्वारा शहीद बाबा तेगा सिंह चंदनवा के मुख्यसेवादार संत बाबा गुरदीप सिंह ने प्रकट करते हुए दी। इस मौके पर कुनाल अरोड़ा, शाईना अरोड़ा, राजीव सनन, पूजा सनन, सयम सनन, तुसिका अरोड़ा, दृष्टि अरोड़ा समेत अन्य उपस्थित थे।
इस मौके पर संत बाबा गुरदीप सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सुख के साथ-साथ दुख भी भोगना पड़ता है। जो व्यक्ति परमपिता परमात्मा की रजा मान कर दुख को गले लगाता है, वह प्रभु कृपा का पात्र बनता है। उन्होंने कहा कि गुरबाणी व्यक्ति को जीने की कला सिखाती है। इसके माध्यम से सभी कठिनाइयों पर विजय पाई जा सकती है। संगत से अपने ब् ाच्चों को गुरबाणी से जोड़ने का आह्वान करते हुए भाई गुरपाल च्सह ने कहा कि इससे समाज को आदर्श नागरिक मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अमृत वेला उठकर नितनेम (गुरबाणी सिमरन) करता है, उसके सारे कार्य सफल होते हैं। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब शिक्षाएं व्यक्ति का जीवन सुखद बनाती है।