पंचकूला, 23 मार्च 2024 (यूटीएन)। राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक के मार्गदर्शन में ”सुदूर संवेदन, भौगोलिक सूचना प्रणाली तथा भूगोल में रोजगार की संभावनाएं” विषय पर विस्तार व्याख्यान का सफल आयोजन किया गया। इस विस्तार व्याख्यान का आयोजन भूगोल विभाग के सहयोग से प्लेसमेंट सेल द्वारा किया गया।राजकीय महाविद्यालय करनाल में कार्यरत प्रोफेसर रामप्रताप ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। मास्टर ऑफ साइंस भूगोल प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के सभी विद्यार्थियों ने इस व्याख्यान को ध्यानपूर्वक सुना।
उन्होंने रिमोट सेंसिंग की बुनियादी बातों के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि तस्वीर क्या होती है, एनालॉग और डिजिटल छवियों के प्रकार और पिक्सेल क्या होता है। उन्होंने चार प्रकार के कैमरा रेजोल्यूशन, जीआईएस, भौगोलिक सूचना प्रणाली के विकास के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि भौगोलिक सूचना प्रणाली डिजिटल कार्टोग्राफी, सी.ए.डी. और डी.बी.एम.एस. से विकसित की गई है। उन्होंने बताया कि कैसे भूगोल के छात्र इस क्षेत्र में अपना करियर बना अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।
भूगोल विषय में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने के बाद स्टूडेंट रिमोट सेंसिंग अधिकारी, सीनियर सिस्टम एक्जीक्यूटिव, कार्टोग्राफर, मौसम विज्ञानी, सिस्टम एनालिस्ट, जीआईएस इंजीनियर, इमेज एनालिस्ट, जीआईएस प्रोग्रामर आदि नौकरियां अपने देश में प्राप्त कर सकते हैं। उनके व्याख्यान ने छात्रों को उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान की। प्रस्तुत कार्यक्रम भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर गुलशन, प्लेसमेंट सेल की संयोजक डॉ. सुनीता चौहान, डॉक्टर रविन्द्र शयोरान, डॉक्टर रविन्द्र कुमार, डॉक्टर विनय आर सरकार, सोनू के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में किया गया।
हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।