Sunday, April 27, 2025

National

spot_img

ठाकुर जी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु की उमड़ी भीड़

60 फीट ऊंचे रथ में विराजमान भगवान रंगनाथ के दर्शन के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु , भक्तों में विशालकाय रथ खींचने की मची होड़

वृंदावन, 23 मार्च 2025 (यूटीएन)। करीब 175 वर्ष पुराने चंदन से बने 60 फीट ऊंचे रथ में विराजमान होकर भगवान रंगनाथ भक्तों को दर्शन देने निकले। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ठाकुर रंगनाथ भगवान को श्रीदेवी व भूदेवी के साथ पालकी में विराजमान कर ज्योतिष गणना के अनुसार मेष लग्न में रथयात्रा प्रारंभ की गई। जैसे ही सात कूपों की ध्वनि व काली की आवाज ने रथ खींचने का संकेत दिया तो भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंच गया।

श्री रंगनाथ भगवान के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूब गया। विशाल रथ को खींचने के लिए भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। भक्तों की टोली भजन-कीर्तन करते हुए ठाकुरजी के रथ के साथ-साथ चल रही थी। दोपहर में रथ यात्रा बड़ा बाग पहुंची, जहां भगवान को विश्राम दिया गया।

इसके बाद रथ को पुन: मंदिर की ओर रवाना किया गया। रथ घर पहुंचने पर ठाकुरजी को फिर से पालकी में विराजमान कर शुक्रवार गार्डन ले जाया गया, जहां भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए रंग-बिरंगे फव्वारे चलाए गए। हजारों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। विशाल रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही।

https://whatsapp.com/channel/0029Vb2UvWqF6sn60vLaPk1t

International

spot_img

ठाकुर जी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु की उमड़ी भीड़

60 फीट ऊंचे रथ में विराजमान भगवान रंगनाथ के दर्शन के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु , भक्तों में विशालकाय रथ खींचने की मची होड़

वृंदावन, 23 मार्च 2025 (यूटीएन)। करीब 175 वर्ष पुराने चंदन से बने 60 फीट ऊंचे रथ में विराजमान होकर भगवान रंगनाथ भक्तों को दर्शन देने निकले। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ठाकुर रंगनाथ भगवान को श्रीदेवी व भूदेवी के साथ पालकी में विराजमान कर ज्योतिष गणना के अनुसार मेष लग्न में रथयात्रा प्रारंभ की गई। जैसे ही सात कूपों की ध्वनि व काली की आवाज ने रथ खींचने का संकेत दिया तो भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंच गया।

श्री रंगनाथ भगवान के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूब गया। विशाल रथ को खींचने के लिए भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। भक्तों की टोली भजन-कीर्तन करते हुए ठाकुरजी के रथ के साथ-साथ चल रही थी। दोपहर में रथ यात्रा बड़ा बाग पहुंची, जहां भगवान को विश्राम दिया गया।

इसके बाद रथ को पुन: मंदिर की ओर रवाना किया गया। रथ घर पहुंचने पर ठाकुरजी को फिर से पालकी में विराजमान कर शुक्रवार गार्डन ले जाया गया, जहां भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए रंग-बिरंगे फव्वारे चलाए गए। हजारों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। विशाल रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही।

https://whatsapp.com/channel/0029Vb2UvWqF6sn60vLaPk1t

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES