Sunday, April 27, 2025

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यज्ञ भारतीय वैदिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान

बिनौली, 03 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। जिवाना के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को तीन दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ, राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर बरनावा के लाक्षागृह गुरुकुल के प्रधानाचार्य योगाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि, संसार का सर्वोत्तम कर्म यज्ञ है।
सामवेद यज्ञ भारतीय वैदिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरणादायक बौद्धिक उपदेश दिए तथा वैदिक ज्ञान, नैतिकता एवं चरित्र निर्माण की महत्ता से अवगत कराया।
स्कूल प्रबंधक डॉ अनिल आर्य ने कहा कि, यज्ञ का उद्देश्य विद्यार्थियों को वैदिक परंपराओं, आध्यात्मिकता, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ना है। यज्ञ न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह पर्यावरण को शुद्ध करने, वायु में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करने और मानसिक शांति प्रदान करने में भी सहायक होता है। आयोजन में निदेशक डॉ सुनील आर्य,
प्रधानाचार्य डॉ राजीव खोखर, जितेंद्र आर्य, नीरज अरोड़ा, सविता सिवाच, सुमित चौहान, ऋषिपाल सिंह, नितिन जैन, प्रशांत कुमार, गौरव भारद्वाज, इंदु तोमर, गुड़िया खोखर आदि मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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यज्ञ भारतीय वैदिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान

बिनौली, 03 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। जिवाना के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को तीन दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ, राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर बरनावा के लाक्षागृह गुरुकुल के प्रधानाचार्य योगाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि, संसार का सर्वोत्तम कर्म यज्ञ है।
सामवेद यज्ञ भारतीय वैदिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरणादायक बौद्धिक उपदेश दिए तथा वैदिक ज्ञान, नैतिकता एवं चरित्र निर्माण की महत्ता से अवगत कराया।
स्कूल प्रबंधक डॉ अनिल आर्य ने कहा कि, यज्ञ का उद्देश्य विद्यार्थियों को वैदिक परंपराओं, आध्यात्मिकता, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ना है। यज्ञ न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह पर्यावरण को शुद्ध करने, वायु में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करने और मानसिक शांति प्रदान करने में भी सहायक होता है। आयोजन में निदेशक डॉ सुनील आर्य,
प्रधानाचार्य डॉ राजीव खोखर, जितेंद्र आर्य, नीरज अरोड़ा, सविता सिवाच, सुमित चौहान, ऋषिपाल सिंह, नितिन जैन, प्रशांत कुमार, गौरव भारद्वाज, इंदु तोमर, गुड़िया खोखर आदि मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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