गढ़वा, 16 मार्च 2023 (यूटीएन)। जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्ग उक्त सभी टोलों पर बिजली का नाम तो आया, किन्तु अब तक भी बिजली नहीं आई। गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण जनता गोलबंद हुए। उपस्थित सभी लोगों ने हाथ उठाकर एक स्वर में बिजली की मांग की है। लोगों ने कहा कि सरकार आजादी की अमृत महोत्सव मना रही है। जबकि हम सभी लोग आज भी ढिबरी युग से आजाद नहीं हुए। सरकार कहती है कि डिजिटल इंडिया बना रहे हैं। यह सब तो मिथ्या है। चुनाव से पहले कई नेता हम सभी लोगों के प्रत्येक घर व गलियारे में पहुंचते हैं, जो अपने आप को समाजसेवी कहते हैं। मीठी-मीठी बात कर कई लुभावना देते हैं। झूठी भाषणों का बौछार कर जनता को आकर्षित करने का प्रयास करते हैं, लेकिन हमलोग जान चुके हैं।
अब नेताओं की बातों में नहीं आएंगे। लोगों ने कहा कि बिजली विभाग, जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी के कारण उक्त पांच टोलों पर बिजलीकरण कार्य नहीं हुआ है। हालांकि कहीं-कहीं बिजली का पोल भी खड़ा है, जो वैसे फरिश्ते का इंतजार कर रहा है कि कोई तो आगे कदम बढ़ाए, जिससे तार टंग जाए। लोगों ने बताया कि कहीं-कहीं पोल पर तार भी टंगा हुआ है। लेकिन कहीं भी ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया है। कई जगहों पर तो बिजली पोल भी नहीं गाड़ा हुआ है। उपस्थित लोगों ने सरकार से बिजलीकरण करने की मांग की है, जिससे ढिबरी युग में रह रहे लोगों को बिजली की समस्या से मुक्ति मिल सके। ग्रामीणों ने कहा कि बिजली की समस्या से किसान, बच्चे, युवा सभी परेशान हैं। कोई भी समाजसेवी या नेता हमलोगों की समस्याओं को सुनने वाला नहीं है।
झारखंड- संवाददाता, (विवेक चौबे) |