बालैनी, 05 जून 2023 (यूटीएन)। पिछले वर्ष वन महोत्सव कार्यक्रम में बालैनी के वाल्मीकि मंदिर क्षेत्र में प्रदेश के राज्यमंत्री की उपस्थिति में लगाए गए 101 पौधों का अब कहीं
पता नही है। विभागीय लापरवाही तथा देखरेख के अभाव के चलते वहां एक भी पौधा नही है | ग्रामीणों का कहना है कि, पौधारोपण तो जोर शोर से होता है, लेकिन उसके बाद कोई इनपर ध्यान नहीं देता। यदि ध्यान दिया जाए, तो प्रतिवर्ष इतने पौधे रोपित करने के आंकड़े सामने आते हैं कि, एक – दो साल में जनपद वनक्षेत्र में तब्दील हो जाए |
आज पर्यावरण दिवस है और सरकार पर्यावरण दिवस के अवसर पर नई नई योजनाओं का शशुभारंभ होगा, लेकिन जब वन विभाग अथवा पौधा रोपण करने वाली संस्था की जिम्मेदारी तय नहींं होगी, तब तक दिखावा और सरकारी धन और श्रम की बरबादी होती रहेगी | बता दें कि, पिछले
वर्ष वन महोत्सव सप्ताह के उद्घाटन के अवसर पर बालैनी के वाल्मीकि मंदिर पर कार्यक्रम रखा गया था, जिसमे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे थे और निर्वतमान डीएम राजकमल यादव भी कार्यक्रम में पहुँचे थे।
उक्त कार्यक्रम में जोरशोर से पौधरोपण किया गया था और मंदिर के पीछे खाली पड़ी जगह में 101 पौधे लगाए थे, जिनकी देखभाल करने का जिम्मा ग्रामीणों के साथ साथ वन विभाग को दिया गया था, लेकिन वह विभाग की लापरवाही के चलते अब वहां पर एक भी पौधा नही है और वहां लंबी
लंबी झाड़ियां उग गई हैं। ऐसे में वन विभाग अपने राज्यमंत्री, डीएम और डीएफओ द्वारा लगाए गए पेड़ों की भी देखभाल नही कर सका। बालैनी के ग्रामीणों का कहना है कि, जब इतने बड़े कार्यक्रम के बाद भी वन विभाग ने इन पौधों का ध्यान नही रखा, तो फिर ग्रामीण कैसे रख सकते हैं |
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |