मथुरा, 23 फरवरी 2024 (यूटीएन)। पुलिस ने कुख्यात ठक-ठक गिरोह से जुड़ीं चार महिलाओं सहित 9 बदमाशों को गिरफ्तार नकदी और जेवरात बरामद किए हैं। इनमें से चार बुधवार रात मुठभेड़ में पकड़े गए। पैर में गोली लगने से दो बदमाश घायल हैं। अन्य पांच बृहस्पतिवार को पकड़े गए। जांच में पता चला है कि 12 मार्च को एसएसपी आवास के सामने खड़ी प्रॉपर्टी डीलर की कार का शीशा तोड़कर इसी गिरोह ने 1.48 लाख रुपयों से भरा बैग पार किया था। इनसे 1.20 लाख रुपये, 187 ग्राम चांदी के जेवरात, घटना में प्रयुक्त बाइक व स्कूटी, दो तमंचे बरामद हुए हैं।
खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि 12 मार्च को दीपक निवासी फरीदाबाद की कार का शीशा तोड़कर बैग सहित 1.48 लाख रुपये चोरी कर लिए गए थे। थाना सदर बाजार के इंस्पेक्टर छोटेलाल व स्वाट प्रभारी अभय शर्मा, सर्विलांस प्रभारी विकास शर्मा की टीम ने इस घटना के खुलासे के लिए मथुरा से आगरा तक एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान कुछ कैमरों में संदिग्ध चेहरे दिखाई दिए। इनकी बाइक के नंबर से गिरोह को ट्रेस किया। बुधवार रात औरंगाबाद क्षेत्र में गिरोह के बदमाशों के होने की सूचना मिली।
इस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर गिरोह को घेर लिया। बदमाशों को आत्म समर्पण करने को कहा तो फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो अपराधी पैर में गोली लगने से घायल हो गए। वहीं, दो को मौके पर ही दबोच लिया गया। इनकी निशानदेही पर बृहस्पतिवार को गिरोह के पांच और सदस्यों को मथुरा जंक्शन से गिरफ्तार कर लिया। इनमें चार महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दक्षिणी दिल्ली निवासी सूरज, विशाल, करन, शिवा, शशि, अंजलि पत्नी विशाल, चांदनी पत्नी शशि, रानी पत्नी हजेसुब्रहमण्य निवासी जेजे काॅलोनी, वेस्ट दिल्ली व मोनिका पत्नी सूरज निवासी मदन गिरी कॉलोनी, दक्षिणी दिल्ली के रूप में हुई है।
गिरोह से पूछताछ में पता चला कि गिरोह के बदमाश 11 मार्च को दिल्ली से मथुरा आए थे। 12 मार्च को धौली प्याऊ के पास जाम लगने के दौरान दीपक की कार रुक गई थी। तभी बाइक व स्कूटी पर सवार सूरज, विशाल, करन और शिवा ने कार के भीतर बैग देखा और उसे पार करने की साजिश रची। उन्होंने कार के अगले पहिये में किसी प्रकार सुआ घोंप दिया। इससे कार पंक्चर हो गई। एसएसपी आवास के पास कार खड़ी कर दीपक व उसके साथी किसी काम से चले गए। चालक कार का पहिया खोलकर पंक्चर ठीक कराने ले गया। इसी दौरान करण ने कार का शीशा तोड़ और बैग निकाला और आगरा की ओर भाग गए चार लाख नहीं।
1.48 लाख रुपये थे बैग में पूछताछ में बैग में 1.48 लाख रुपये होने की बात सामने आई। इस पुलिस का माथा ठनक गया। दरअसल, दीपक द्वारा चार लाख रुपये चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो बताया कि पैसों का हिसाब लगाने के बाद पता लगा कि बैग में 1.48 लाख रुपये ही थे। सूरज गैंग का मुखिया है। अन्य सभी अपराधी उसके रिश्तेदार हैं। विशाल, सूरज का बहनोई, करन व सूरज आपस में साले, शिवा व शशि, विशाल के भाई, अंजली, चांदनी, सूरज की बहन, रानी, सूरज की बुआ और मोनिका, सूरज की पत्नी है। ये सभी मूलत: तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले हैं। पूछताछ में पता चला कि इन्हें नहीं पता कि वे अब तक कितनी वारदात कर चुके हैं।