दोघट, 25 मार्च 2023 (यूटीएन)। देश से अंधविश्वास,
रूढ़िवादिता, आडम्बर और अमानवीय आचरण के विरुद्ध महर्षि दयानंद के प्रति राष्ट्र सदैव कृतज्ञ रहेगा | महर्षि दयानंद के दो सौ वें जन्मवर्ष के उपलक्ष्य तथा आर्यसमाज निरपुडा के 77 वें स्थापना वार्षिकोत्सव में शामली विधायक प्रसन्न चौधरी ने उक्त बात कही | बता दें कि, आर्य समाज निरपुडा अपने 77 वां
वार्षिकोत्सव एवं चतुर्वेद शतक पारायण यज्ञ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। दूसरे दिन की प्रथम पाली में यज्ञ संपन्न किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य प्रमोद शास्त्री व वेदपाठ कन्या गुरुकुल दबथला की
ब्रह्मचारिणियों ने वेद मंत्रोच्चार से किया। यजमान डॉ शोबीर सिंह व छोटू फौजी रहे ।
समारोह में पहुंचे शामली से रालोद
विधायक प्रसन्न चौधरी ने महर्षि दयानंद सरस्वती को उन महान संतों में अग्रणी बताया, जिन्होंने देश में प्रचलित अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, विभिन्न प्रकार के आडंबरों व सभी अमानवीय आचरणों का विरोध किया था । हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में मान्यता देने तथा हिंदू धर्म के उत्थान व इसके स्वाभिमान को जगाने हेतु महत्वपूर्ण योगदान के लिए भी भारतीय जनमानस सदैव उनका ऋणी रहेगा।
भजनोपदेशक सहदेव सिंह बेधड़क ने भजनों के माध्यम से आज की युवा पीढ़ी का यथार्थ चित्रण किया और बताया कि, युवा पीढ़ी नशे की ओर बढ़ रही है ,दिन प्रतिदिन संगतिकरण भी खराब होता जा रहा है |
इसलिए हमें अपने बच्चों पर ध्यान देने की
आवश्यकता है। स्वामी सत्यवेश ने वृद्ध आश्रम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि , आज के वातावरण में वृद्धाश्रम सबसे कमजोर आश्रम होता जा रहा है | हम अपने बड़े बुजुर्गों का सम्मान एवं सत्कार, उनकी सेवा दिन प्रतिदिन भूलते जा रहे हैं, जिसके कारण आज चारों तरफ दुख ही दुख है तथा कोई भी व्यक्ति सुखी नहीं है । आर्य समाज के मंत्री हरपाल सिंह आर्य ने अतिथियों का
स्वागत एवं सम्मान किया। चौधरी कृष्णपाल राणा, राजेंद्र चौधरी, एडवोकेट प्रियव्रत राणा, अरविंद आर्य गढ़ी नोआबाद, डॉ धीरज आर्य, डॉ इकबाल सिंह डॉ चंद्रपाल पवार, ब्रह्मचारी आर्य, अनिल आर्य, बृजपाल आर्य आदि समारोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते नजर आए।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |