नई दिल्ली, 14 मार्च 2023 (यूटीएन)। निर्मला सीतारामन ने लोकसभा में जानकारी दी है कि देश में 130 करोड़ के ई-रुपये चलन में हैं. इसमें सबसे ज्यादा चलन में होलसेल डिजिटल रूपी हैं. देश में डिजिटल रुपये या ई-रुपये का चलन बढ़ा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने जानकारी दी कि 28 फरवरी तक पायलट बेसिस पर देश में 130 करोड़ की कीमत के ई-रुपये सर्कुलेशन में हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने डिजिटल रुपये को होलसेल सेगमेंट के लिए 1 नवंबर 2022 को जारी किया था, जबकि रिटेल सेगमेंट के लिए 1 दिसंबर 2022 को पेश किया गया था.
वित्त मंत्री ने कहा कि नौ बैंकों को ई-रुपया सर्कुलेशन में रखा गया है. इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी डिजिटल रुपये होलसेल पायलट प्रोजेक्ट के तहत शामिल हैं.
लोकसभा में एक लिखित जवाब में निर्मला सीतारामन ने कहा कि 28 फरवरी 2023 तक रिटेल और होलसेल के लिए डिजिटल रुपी में सर्कुलेशन क्रमश: 4.14 करोड़ रुपये और 126.27 करोड़ रुपये रहा है. दुकानों पर ई-रुपये का कर सकते हैं उपयोग डिजिटल टोकन लीगल टेंडर के तहत है और ये भारतीय रुपये के ही समान है. नोट हो या फिर सिक्का ई-रुपया दोनों के समान होगा. इसे योग्य बैंकों द्वारा वितरित किया जा रहा है. यूजर्स ई-रुपये को किसी भी दुकान या लोगों के साथ पार्टिसिपेट बैंकों के माध्यम से सर्कुलेट कर सकते हैं. इसके वॉलेट का यूज करते हुए दुकानों पर भुगतान भी किया जा सकता है.
आरबीआई ने टी वेंडर, फ्रूट सेलर, स्ट्रीट साइड और साइड वाल वेंडर और छोटी दुकानों पर डिजिटल रुपये का उपयोग कर सकते हैं. इसी तरह इंस्टीट्यूशनल मर्चेंट जैसे पेट्रोल पंप, रिटेल चेन और कई आउटलेट पर भी इसे यूज किया जा सकता है. वित्त मंत्री ने बताया कि करीब 3 महीने के दौरान रिटेल सेगमेंट में 4.14 करोड़ कीमत के डिजिटल रुपी सर्कुलेट हो चुके हैं.
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |