नई दिल्ली, 09 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हिमाचल प्रदेश और पंजाब राज्य का दौरा किया. पीएम ने हिमाचल का दौरा करने के बाद बाढ़ से त्रस्त पंजाब के लिए 1600 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है, जो राज्य के कोष में पहले से मौजूद 12,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है. इसके अलावा पंजाब में एसडीआरएफ और पीएम किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त एडवांस रूप से जल्द जारी की जाएगी. साथ ही मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया.
पंजाब का दौरा करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे क्षेत्र और राज्य के लोगों की मदद के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाने की जरुरत पर बल दिया. इसमें पीएम आवास योजना के तहत घरों का पुनर्निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों का जीर्णोद्धार, बर्बाद हुए स्कूलों का पुनर्निर्माण, पीएमएनआरएफ के जरिए राहत प्रदान करने के साथ ही पशुओं के लिए मिनी किट वितरित करना जैसे उपाय शामिल होंगे.
*मृतकों और घायलों के परिजनों को मिलेगी मदद*
कृषि क्षेत्र से जुड़े समुदाय की मदद को बेहद अहम माना गया. इसके लिए खासतौर से उन किसानों को अतिरिक्त आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी जिनके पास वर्तमान में बिजली कनेक्शन नहीं हैं. जिन बोरवेलों में गाद भर गई है या जो बह गए हैं, उनके फिर से सही करने के लिए राज्य सरकार के विशिष्ट प्रस्ताव के अनुसार, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत प्रोजेक्ट मोड पर मदद की जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ प्रभावित पंजाब में मरने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. इससे पहले पीएम मोदी ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. पंजाब 1988 के बाद से सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है.*हवाई सर्वे के बाद पीएम ने गुरदासपुर में की बैठक*
पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक दिवसीय दौरे पर आए पीएम मोदी हवाई सर्वे करने के बाद राज्य के सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक गुरदासपुर पहुंचे. इससे पहले, प्रधानमंत्री ने हिमाचल का दौरा किया और राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति का जायजा लिया. गुरदासपुर में, पीएम मोदी ने बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम से भी मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने स्थिति की समीक्षा के लिए गुरदासपुर में ही एक आधिकारिक बैठक की अध्यक्षता भी की.
केंद्र सरकार ने पंजाब में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य का दौरा करने के लिए अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल भेजा है, और उनकी विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर आगे की मदद पर विचार किया जाएगा.
पंजाब में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या 51 हो गई है, जबकि 1.84 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में तैयार फसलें बर्बाद हो गई हैं. राज्य सरकार के अनुसार, बाढ़ की वजह से 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान है. बाढ़ की वजह से कुल 2,064 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक 329 गांव गुरदासपुर जिले के हैं.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।


