नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2024 (यूटीएन)। आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें वक्फ बोर्ड नियुक्ति घोटाले में में पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया. ईडी ने करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को विधायक अमानतुल्लाह खान ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे.
*वक्फ बोर्ड नियुक्ति घोटाले में हुई गिफ्तारी*
आम आदमी पार्टी के नेता और ओखला विधायक अमानतुल्ला खान पर आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने 32 लोगों को अवैध रूप से भर्ती किया. इसके साथ ही उन्होंने अवैध रूप से दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को किराए पर दिया है. ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के धन का दुरुपयोग किया है. दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने इस तरह की अवैध भर्ती के खिलाफ बयान जारी किया था.
गिरफ्तारी की खबर के बीच आप के कई बड़े नेता अमानतुल्लाह के घर पहुंचने लगे हैं। इसी क्रम में मंत्री आतिशी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी उनके घर के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं संजय सिंह ने एक्स पर लिखा, मोदी सरकार ऑपरेशन लोटस पूरी तरह जुट गई है मंत्रियों विधायकों पर फर्जी मामले बनाकर उनको गिरफ्तार किया जा रहा है। अमानतुल्लाह खान के विरुद्ध बेबुनियाद मामला बनाकर ई़डी द्वारा उनको गिरफ़्तार करने की तैयारी की जा रही है। तानाशाही का अंत जल्द होगा। मैं उनके परिवार से मिलने जा रहा हूं।
*सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली राहत*
सुप्रीम कोर्ट ने बीते सप्ताह आप विधायक की अंतरिम जमानत याचिका को रद्द कर दिया था और साथ ही निर्देश दिया कि 18 अप्रैल को ईडी की जांच में शामिल हों। 50 वर्षीय आप विधायक ओखला विधानसभा से वर्तमान विधायक हैं।
*’मैंने किया हर नियम का पालन‘*
ईडी दफ्तर में जाने से पहले उन्होंने दावा किया है कि मैंने हर नियम का पालन किया है। जब वह वक्फ बोर्ड के चेयरमैन थे और उन्होंने हर तरह की कानूनी सलाह ली। 2013 में आए नए एक्ट के तहत ही काम किया गया है।
*जानें क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड मामला*
अमानतुल्ला खान पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए 32 लोगों को नियमों का उल्लंघन करते हुए भर्ती किया था। आरोप था कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में आप विधायक ने भ्रष्टाचार और पक्षपात किया था। इसके अलावा, अवैध रूप से दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को किराये पर दिया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बोर्ड के धन का भी दुरुपयोग किया है, इसमें दिल्ली सरकार से मदद अनुदान शामिल है।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |