नई दिल्ली, 11 अप्रैल 2024 (यूटीएन)। ऑपरेशन के बीच में डॉक्टरों ने मरीज के शरीर से टिश्यू का नमूना लेकर ड्रोन से 37 किलोमीटर दूर एक बड़े अस्पताल भेजा ताकि मरीज में कैंसर की पहचान हो सके। कर्नाटक के मणिपाल स्थित कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने नमूना प्राप्त करने के कुछ ही देर में जांच को पूरा किया और फोन पर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जिसके बाद मरीज का ऑपरेशन पूरा हुआ।
यह दूसरी बार है जब नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कैंसर जांच में ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर सफलता हासिल की है। आईसीएमआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुमित अग्रवाल ने बताया कि मणिपाल से करीब 37 किलोमीटर दूर एक स्वास्थ्य केंद्र को परीक्षण के लिए चुना गया। यहां सर्जरी के मध्य में मरीज से टिश्यू नमूना लेकर एक बॉक्स में पैक किया और उसे स्वास्थ्य कर्मचारी के जरिये सुरक्षित तरीके से ड्रोन तक पहुंचाया।
ड्रोन ने उड़ान भरी और महज 16 मिनट में यह कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज तक पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने ड्रोन से बॉक्स लेकर उसे प्रयोगशाला ले गए और नमूने की जांच शुरू कर दी। कुछ ही देर में ऑपरेशन करने वाली टीम को पता चल गया कि मरीज से निकाला गया ट्यूमर कैंसर ग्रस्त है, जिसके बाद आगे की चिकित्सा प्रक्रिया शुरू हुई।
दरअसल, मार्च 2018 में आईसीएमआर ने ड्रोन का इस्तेमाल करके टीके और मेडिकल सप्लाई पहुंचाने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए ‘आई-ड्रोन’ प्रोजेक्ट शुरू किया।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |