खेकड़ा, 14 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। कस्बे में शनिवार को नगरपालिका कार्यालय पहुंचे स्वामी दीपांकर का स्वागत हुआ। उन्होंने कहा कि, जातिवाद से दूर होकर सनातन अब एक हो रहा है। सबसे पहले देश का सिद्धांत चरम पर है।
आठ साल की उम्र में गुरु ब्रह्मानंद सरस्वती के सानिध्य में दीक्षा लेने वाले मुजफफरनगर में जन्मे स्वामी दीपांकर शनिवार को नगरपालिका खेकड़ा कार्यालय पहुंचे। वहां चेयरमेन प्रतिनिधि डा सुरेन्द्र धामा और सुनील धामा ने उनका फूलमालाओं स्वागत किया। उनको धातु से बनी भगवान की प्रतिमाएं भेंट की।
मौजूद लोगों को प्रवचन करते हुए स्वामी दीपांकर ने कहा कि, जातियों में बंटा सनातन अब एक हो रहा है, जिससे भारत मजबूत हो रहा है। सबसे पहले देश का सिद्धांत अपनाकर देश सशक्त हो रहा है।
सभी भारतवासी एक होकर विश्व गुरू रहे भारत को फिर से अपने स्थान पर खडा करने में जुटे हैं। नीरज धामा, मनोज धामा, अमित धामा, वेदपाल, संदीप, बिट्टू, शिवा, पिंटू, विनोद आदि मौजूद व्यक्तियों ने उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। कुछ देर ठहर कर स्वामी दीपांकर गन्तव्य को निकल गए।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |