खेकड़ा, 10 मार्च 2023 (यूटीएन)। सहारनपुर जनपद के गंगोह में स्थित कुँवर शेखर बिजेंद्र
आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं शोध संस्थान से निकले आयुर्वेदिक चिकित्सक अभीत गुप्ता ने
अपने पूर्वजों की परंपरा और अपने मैडिकल कालेज का
नाम रोशन करने का बीड़ा उठाया है तथा मरीजों की दुआएं बटोर रहे हैं। हैप्पी फ़ैमिली हॉस्पिटल करनाल में रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर के पद पर तथा बाद में
शामली के ज़िला संयुक्त चिकित्सालय में सेवाएं देने के बाद पूर्वजों की परंपरा देसी दवाइयों के नुस्खे और जडी बूटियों में महारत को आगे बढाने के लिए खेकड़ा को चुना |
इस दौरान गरीब व असहाय के लिए निशुल्क
चिकित्सा तथा रोग और रोगी के हिसाब से स्वयं ही दवाइयां तैयार कर पूरी तरह आयुर्वेद के प्रति लोगों का विश्वास फिर से कायम करने में संकल्पित हैं | एक भेंट वार्ता में बताया कि,
आयुर्वेद हमारे परिवार में पूर्वजों से चलता आ रहा है।
अपने परिवार में चौथी पीढ़ी में आयुर्वेद का
ध्वजवाहक बनने का गौरव हासिल हुआ है, इसलिए
एलोपैथिक दवाइयों से हटकर अपनी
आयुर्वेद पैथी से ही मरीजों को स्वस्थ और निरोगी बनाने के लिए संकल्पित हैं।अपने दादा स्व प्यारे और पिताजी की तरह इस परंपरा को सम्मान देकर आयुर्वेद की शिक्षा और अब जीवन शैली का हिस्सा बनाया है। प्यारे लाल आयुर्वेदिक औषधालय के नाम से जैन कॉलेज रोड पर स्थित
क्लीनिक पर बताया कि, हाई व लो
ब्लडप्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, पथरी,
बवासीर, ख़ासी, नज़ला, बुख़ार, जुकाम, माइग्रेन, थाइरोइड, महिलाओं के मासिक दोष, कुष्ठरोग, उदररोग व गुप्त रोग आदि में स्वयं द्वारा तैयार दवाइयों से उपचार करते हैं, जो रोगी के लिए रामबाण सिद्ध हो रहे हैं। बताया कि,
पथरी रोगी, सोराइसिस, शुगर व हृदय रोगी के लिए विशेष रूप से
तैयार औषधियों का
परिणाम और प्रसिद्धि उत्साहवर्धक है, जिसके लिए गंगोह का
मैडिकल कालेज व पूर्वजों की आयुर्वेद परंपरा वंदनीय हैं |