महाकुंभ के पलट प्रवाह के बीच 45 दिनों में 953 वीआईपी/वीवीआईपी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए हैं। इनमें सात सीएम, सात राज्यपाल, 190 न्यायमूर्ति और 161 मंत्री-नेता शामिल रहे।
कमिश्नरेट की पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक रोजाना 21 से ज्यादा वीआईपी काशी आए हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सहित सात राज्यपाल काशी आए और विश्वनाथ धाम जाकर दर्शन-पूजन किया।
इसी तरह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित सात सीएम भी काशी आए। यूपी सहित कई राज्यों के डिप्टी सीएम ने भी काशी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। दो राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष भी आए। सुप्रीम कोर्ट और अलग-अलग प्रदेशों के हाईकोर्ट के 190 न्यायमूर्ति ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर सहित केंद्र और अलग-अलग राज्यों के 145 मंत्रियों ने विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया है। तीन अलग-अलग समूहों में 213 विदेशी डेलीगेट्स भी काशी आए। फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन, उनकी बेटी व अभिनेत्री राशा थडानी, प्रीति जिंटा, परिणिति चोपड़ा, फिल्म विजय देवरकोंडा ने भी बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। क्रिकेटर आरपी सिंह ने भी दर्शन पूजन किया। इसी तरह ब्यूरोक्रेसी, उद्योग जगत और अन्य प्रमुख क्षेत्रों से 389 विशिष्ट शख्सियतों का भी काशी आगमन हुआ।
विशेष ट्रैफिक प्लान से शहर के अंदर रही सहूलियत
महाकुंभ के पलट प्रवाह के दौरान रोजाना छह लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं और वीआईपी के काशी आगमन के बीच भी शहर के आंतरिक हिस्से की यातायात व्यवस्था काफी हद तक सामान्य रही। इसके लिए कमिश्नरेट की पुलिस की ओर से विशेष ट्रैफिक प्लान बनाया गया था। गत 15 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हवाई सर्वे कर शहर की यातायात और भीड़ प्रबंधन का जायजा लिया था।