नई दिल्ली, 28 मार्च 2023 (यूटीएन)। भारतीय सेना में तीनों सशस्त्र बलों को लगभग 1.55 लाख कर्मियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इनमें सर्वाधिक 1.36 लाख रिक्तियां थल सेना के लिए है। रक्षा मंत्रालय द्वारा राज्यसभा को सूचित किया गया। एक लिखित उत्तर में, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि सशस्त्र बलों के कर्मियों की कमी और भर्ती उपायों की नियमित रूप से समीक्षा की जाती है और रिक्तियों को भरने और युवाओं को सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय शुरू किए गए हैं।
*अधिकारियों के 8129 पद खाली*
भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना में 8,129
अधिकारियों की कमी है जिसमें आर्मी मेडिकल कोर और आर्मी डेंटल कोर शामिल हैं। मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में 509 पद खाली हैं और जेसीओ और अन्य रैंक के 1,27,673 पद भी खाली हैं। मंत्री ने कहा कि सेना द्वारा नियोजित नागरिकों में ग्रुप ए में 252 रिक्त पद हैं, ग्रुप बी में 2,549 रिक्तियां हैं, और ग्रुप सी में 35,368 रिक्तियां हैं।
*नौसेना में 12428 जवानों की कमी*
मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि नौसेना में 12,428
कर्मियों की कमी है। इनमें 1,653 अधिकारियों, 29 चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों और 10,746 नाविकों की कमी है। असैनिक कर्मचारियों में ग्रुप ए में 165, ग्रुप बी में 4207 और ग्रुप सी में 6,156 की कमी है।
*वायु सेना में 7031 जवानों की कमी*
भारतीय वायु सेना में 7,031 कर्मियों की कमी है। उन्होंने कहा कि 721
अधिकारियों, 16 चिकित्सा अधिकारियों, 4,734 एयरमैन और चिकित्सा सहायक ट्रेड के 113 एयरमैन की भी कमी है। कार्यरत नागरिकों में, ग्रुप ए में 22, ग्रुप बी में 1303, और ग्रुप सी में 5531 की कमी है।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |