नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2024 (यूटीएन)। एक दुर्घटना के बाद, 8 वर्षीय शिवांश को एहसास होता है कि वह कभी भगवान शिव का भक्त रुद्र था, जिसका जीवन एक धोखेबाज गुरु सिद्धेश्वर ने अन्यायपूर्ण तरीके से समाप्त कर दिया था. अपने पिछले जीवन के लिए न्याय पाने के लिए दृढ़ संकल्पित, शिवांश रुद्र की मौत का बदला लेने के लिए पवित्र शहर की यात्रा पर निकलता है. एक दुर्घटना के बाद, 8 वर्षीय शिवांश को एहसास होता है कि वह कभी भगवान शिव का भक्त रुद्र था, जिसका जीवन एक धोखेबाज गुरु सिद्धेश्वर ने अन्यायपूर्ण तरीके से समाप्त कर दिया था.
अपने पिछले जीवन के लिए न्याय पाने के लिए दृढ़ संकल्पित, शिवांश रुद्र की मौत का बदला लेने के लिए पवित्र शहर की यात्रा पर निकलता है.
समीक्षा: ‘लव यू शंकर’ एक बेहतरीन फिल्म है, जो सफल हो जाती है और अपने दर्शकों को बांधे रखने के लिए. इस फिल्म की कहानी बच्चों से लेकर बड़े तक को शुरू से अंत तक बांधे रखती है. इस फिल्म का एनीमेशन बेहद खास है.कहानी 8 वर्षीय शिवांश (मान गांधी) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने माता-पिता के साथ लंदन में रहता है.
एक दुर्घटना उसे अस्पताल पहुंचाती है, जहां इलाज करने वाला डॉक्टर उसके माता-पिता को बताता है कि उसकी बेहोशी की बातें बनारस में पिछले जीवन का संकेत देती हैं. बनारस का दौरा करने पर, शिवांश अपने पिछले जन्म के सबसे करीबी दोस्त माधव (हेमंत पांडे) के साथ फिर से मिलता है, और अपनी असली पहचान रुद्र (श्रेयस तलपड़े) के रूप में पाता है, जो भगवान शिव का एक भक्त अनुयायी था, जिसे सिद्धू (अभिमन्यु सिंह) ने मार डाला था.
अब सिद्धेश्वर नाम का एक धोखेबाज़ गुरु. जब सिद्धू के सहयोगी उसे नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं, तो भगवान शिव द्वारा शिवांश को चमत्कारिक ढंग से बचाया जाता है, जिससे प्रतिशोध लेने का उसका दृढ़ संकल्प मजबूत हो जाता है. एनीमेशन के स्पर्श को शामिल करते हुए, इस फिल्म में श्रेयस तलपड़े और अभिमन्यु सिंह जैसे अच्छे कलाकार हैं. कहानी में हेमंत पांडे का माधव का चित्रण भी काफी सरहानीट रहा है, जबकि संजय मिश्रा का कैमियो अंतिम क्षणों में हास्य का संचार करने में कामयाब होता है. मान गांधी द्वारा शिवांश का चित्रण पूरी तरह से ठीक है, हालांकि अचूक है, और श्रेयस के चरित्र की पत्नी के रूप में तनीषा की संक्षिप्त उपस्थिति भी प्रभाव छोड़ती है.
निर्देशक संजय एस रुइया ने उस फॉर्मूले पर पहले ‘माई फ्रेंड गणेशा’ बनाई थी. फिल्म लंदन से शुरू होती है और बाद में बनारस तक पहुंचती है . भगवान शिव का एनिमेटेड चित्रण विश्वसनीय और मनोरम लगा. ‘लव यू शंकर’ शुरू में अतीत की घटनाओं की आकर्षक झलक के साथ वादा दिखाता है, एक आकर्षक कथानक के साथ इस फिल्म को 3.5 की रेटिंग मिलती है.
कलाकार : श्रेयस तलपड़े, तनीषा मुखर्जी, संजय मिश्रा, अभिमन्यु सिंह, हेमंत पांडे, मन गांधी, ईलाक्षी गुप्ता
पटकथा : रवींद्र राम पाटिल और प्रियांक मेहता
निर्देशक : राजीव एस. रूईया
निर्माता : सुनीता देसाई और तेजस देसाई
संगीत : वरदान सिंह रेटिंग : 3.5 स्टार.
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |