बिनौली, 18 मार्च 2023 (यूटीएन)। महाभारत
कालीन बरनावा के लाक्षागृह स्थित महानंद संस्कृत विद्यालय गुरुकुल परिसर में शनिवार को सामवेद परायण यज्ञ सम्पन्न हुआ, जिसमें सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की। आयोजन के ब्रह्मा प्रधानाचार्य अरविंद शास्त्री ने वेदोपदेश देते हुए कहा कि, यज्ञ पूर्ण
वैज्ञानिक विधा है। कल्प वृक्ष भी एक यज्ञ है, जिसके नीचे बैठकर हम अपनी कामनाओं को सार्थक कर सकते हैं। वेद हमें मनुष्य बनने व उत्तम संतान पैदा करने का आदेश देता है।
यज्ञ संसार की नाभि है।
परमात्मा के कल्प वृक्ष रूपी यज्ञ को अपने घरों में स्थापित करना चाहिए। नित्य नियम से यज्ञ करने से मानव का जीवन सुखमय बन सकता है। इस अवसर पर स्वामी सत्यवेश ने समाज सुधार से ओतप्रोत कविताएं प्रस्तुत की। आचार्य अंकुर भारद्वाज ने भजन, आचार्य संजीव शास्त्री व देवेंद्र शास्त्री ने सस्वर वेदपाठ किया। पूनम गर्ग परिवार के सदस्य यज्ञमान रहे। उमानंद त्यागी, विनोद करनावल, अनुराधा,
बुद्धप्रकाश त्यागी, रामौतार शर्मा, जितेंद्र,पुष्पा देवी, मलिका सिंघल अथर्व गर्ग, दिलावर आर्य आदि मौजूद रहे।