Sunday, June 29, 2025

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लूम्ब गांव में शहीदों की आत्मा की शांति व राष्ट्र कल्याण हेतु यज्ञ में श्रद्धा, भक्ति और देशप्रेम का उमड़ा सैलाब

गांव के प्राचीन बड़े शिव मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें शहीदों की आत्मा की शांति हेतु स्वाहा एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा समाज के सभी वर्गों में एक साथ मिलकर देश की एकता अखंडता के कल्याण की कामना की गई।

बडौत, 12 मई 2025 (यूटीएन)। छपरौली क्षेत्र के लूम्ब गांव में भारत-पाक युद्ध में माँ भारती की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त शहीदों की स्मृति में भावपूर्ण व भव्य वृहत् यज्ञ का आयोजन किया गया। गांव के प्राचीन बड़े शिव मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें शहीदों की आत्मा की शांति हेतु स्वाहा एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा समाज के सभी वर्गों में एक साथ मिलकर देश की एकता अखंडता के कल्याण की कामना की गई। इस मौके पर सम्पूर्ण राष्ट्र के कल्याण, एकता और समृद्धि की भी कामना भी की गई।

सुबह आठ बजे से ही ग्रामवासी, विशेष रूप से महिलाएं, युवा और वरिष्ठ नागरिक, मंदिर परिसर में एकत्रित होने लगे। सभी ने पूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव से यज्ञ में भाग लिया और घी एवं अन्य सामग्री की आहुतियाँ देकर शहीदों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की, जिससे इस आयोजन से राष्ट्रभक्ति, सामाजिक एकता और शहीदों के सम्मान की जीवंतता दिखने लगी। इस अवसर पर गांव व क्षेत्र के अनेक प्रतिष्ठित जन उपस्थित रहे।

यज्ञ में विशेष रूप से डॉ स्वदेश, डॉ अरविन्द चौहान, टिंकू, बृजपाल सिंह, टीकाराम चौधरी, ऋषिपाल सिंह,मा लखमी चंद, संजीव डायरेक्टर, हिमांशु चौहान, युवा किसान नेता विक्की चौहान,कुलदीप चौहान व उनकी पत्नी तथा पंडित सोमदत्त की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

इस दिव्य यज्ञ के मुख्य यजमान कुलदीप चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी रहे, जिन्होंने पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियाँ अर्पित कीं। यज्ञ के दौरान देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण, मंत्रों की गूंज, अग्नि की ज्वाला और श्रद्धा से भरे चेहरों ने पूरे परिसर को एक अलौकिक ऊर्जा से भर दिया।

ग्रामवासियों के इस सामूहिक प्रयास ने यह स्पष्ट कर दिया कि देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले वीर कभी भुलाए नहीं जाते। उनका सम्मान, उनकी स्मृति और उनके आदर्श पीढ़ियों तक प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। यह आयोजन भावी पीढ़ियों के लिए भी एक संदेश है कि राष्ट्र सर्वोपरि है, और वीरों की गाथाएं हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। गांव के सम्मानित लोगों ने युवाओं से आह्वान किया कि सभी युवा वर्ग देश के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन करें।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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लूम्ब गांव में शहीदों की आत्मा की शांति व राष्ट्र कल्याण हेतु यज्ञ में श्रद्धा, भक्ति और देशप्रेम का उमड़ा सैलाब

गांव के प्राचीन बड़े शिव मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें शहीदों की आत्मा की शांति हेतु स्वाहा एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा समाज के सभी वर्गों में एक साथ मिलकर देश की एकता अखंडता के कल्याण की कामना की गई।

बडौत, 12 मई 2025 (यूटीएन)। छपरौली क्षेत्र के लूम्ब गांव में भारत-पाक युद्ध में माँ भारती की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त शहीदों की स्मृति में भावपूर्ण व भव्य वृहत् यज्ञ का आयोजन किया गया। गांव के प्राचीन बड़े शिव मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें शहीदों की आत्मा की शांति हेतु स्वाहा एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा समाज के सभी वर्गों में एक साथ मिलकर देश की एकता अखंडता के कल्याण की कामना की गई। इस मौके पर सम्पूर्ण राष्ट्र के कल्याण, एकता और समृद्धि की भी कामना भी की गई।

सुबह आठ बजे से ही ग्रामवासी, विशेष रूप से महिलाएं, युवा और वरिष्ठ नागरिक, मंदिर परिसर में एकत्रित होने लगे। सभी ने पूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव से यज्ञ में भाग लिया और घी एवं अन्य सामग्री की आहुतियाँ देकर शहीदों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की, जिससे इस आयोजन से राष्ट्रभक्ति, सामाजिक एकता और शहीदों के सम्मान की जीवंतता दिखने लगी। इस अवसर पर गांव व क्षेत्र के अनेक प्रतिष्ठित जन उपस्थित रहे।

यज्ञ में विशेष रूप से डॉ स्वदेश, डॉ अरविन्द चौहान, टिंकू, बृजपाल सिंह, टीकाराम चौधरी, ऋषिपाल सिंह,मा लखमी चंद, संजीव डायरेक्टर, हिमांशु चौहान, युवा किसान नेता विक्की चौहान,कुलदीप चौहान व उनकी पत्नी तथा पंडित सोमदत्त की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

इस दिव्य यज्ञ के मुख्य यजमान कुलदीप चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी रहे, जिन्होंने पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियाँ अर्पित कीं। यज्ञ के दौरान देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण, मंत्रों की गूंज, अग्नि की ज्वाला और श्रद्धा से भरे चेहरों ने पूरे परिसर को एक अलौकिक ऊर्जा से भर दिया।

ग्रामवासियों के इस सामूहिक प्रयास ने यह स्पष्ट कर दिया कि देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले वीर कभी भुलाए नहीं जाते। उनका सम्मान, उनकी स्मृति और उनके आदर्श पीढ़ियों तक प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। यह आयोजन भावी पीढ़ियों के लिए भी एक संदेश है कि राष्ट्र सर्वोपरि है, और वीरों की गाथाएं हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। गांव के सम्मानित लोगों ने युवाओं से आह्वान किया कि सभी युवा वर्ग देश के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन करें।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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