Sunday, June 29, 2025

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गुरु गोरखनाथ महापर्व,जातियाँ व धर्म हिंदुस्तान का सौंदर्य, पर राष्ट्र सर्वोपरि: उपाध्याय

भारत ऋषियों की भूमि है यही हममें वसुदेव कुटुम्बकम् का भाव उत्पन्न करता है, भगवान श्री गुरू गोरक्षनाथ के जीवन से दृढ़ संकल्प का भाव उत्पन्न होता है।

छपरौली,10 मई 2025 (यूटीएन)। क्षेत्र के गाँव ककौर कला में उपाध्याय समाज द्वारा श्री गुरु गोरक्षनाथ महापर्व मनाते हुए ,जाति धर्म व्यक्ति से सर्वोपरि राष्ट्र का संदेश दिया गया। वक्ताओं ने गुरु गोरक्षनाथ व नाथ सम्प्रदाय से सम्बन्धित विषय पर प्रकाश डाला गया। आमन्त्रित अतिथियों को फूल माला व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित केटी विंग के संस्थापक कपिल त्यागी ने कहा आध्यात्मिक गुरुओं का स्मरण ही जीवन को धन्य कर देता है। भारत ऋषियों की भूमि है यही हममें वसुदेव कुटुम्बकम् का भाव उत्पन्न करता है। भगवान श्री गुरू गोरक्षनाथ के जीवन से दृढ़ संकल्प का भाव उत्पन्न होता है। महापर्व के प्रेरणा समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय ने कहा, जातियाँ व धर्म हिन्दुस्तान का सौन्दर्य है ,परन्तु वह राष्ट्र से सर्वोपरि नहीं है।

नाथ सम्प्रदाय शास्त्रों व शस्त्रों के साथ मातृभूमि की रक्षा करने की प्रेरणा देता है। नाथ सम्प्रदाय के अनेक ऋषियों ने अनेकों बार शासन का संचालन व मार्गदर्शन किया है। उत्सव की अध्यक्षता धर्मपाल उपाध्याय और संचालन अमित कुमार हुड्डा व अनंगपाल आर्य ने संयुक्त रूप से किया।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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गुरु गोरखनाथ महापर्व,जातियाँ व धर्म हिंदुस्तान का सौंदर्य, पर राष्ट्र सर्वोपरि: उपाध्याय

भारत ऋषियों की भूमि है यही हममें वसुदेव कुटुम्बकम् का भाव उत्पन्न करता है, भगवान श्री गुरू गोरक्षनाथ के जीवन से दृढ़ संकल्प का भाव उत्पन्न होता है।

छपरौली,10 मई 2025 (यूटीएन)। क्षेत्र के गाँव ककौर कला में उपाध्याय समाज द्वारा श्री गुरु गोरक्षनाथ महापर्व मनाते हुए ,जाति धर्म व्यक्ति से सर्वोपरि राष्ट्र का संदेश दिया गया। वक्ताओं ने गुरु गोरक्षनाथ व नाथ सम्प्रदाय से सम्बन्धित विषय पर प्रकाश डाला गया। आमन्त्रित अतिथियों को फूल माला व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित केटी विंग के संस्थापक कपिल त्यागी ने कहा आध्यात्मिक गुरुओं का स्मरण ही जीवन को धन्य कर देता है। भारत ऋषियों की भूमि है यही हममें वसुदेव कुटुम्बकम् का भाव उत्पन्न करता है। भगवान श्री गुरू गोरक्षनाथ के जीवन से दृढ़ संकल्प का भाव उत्पन्न होता है। महापर्व के प्रेरणा समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय ने कहा, जातियाँ व धर्म हिन्दुस्तान का सौन्दर्य है ,परन्तु वह राष्ट्र से सर्वोपरि नहीं है।

नाथ सम्प्रदाय शास्त्रों व शस्त्रों के साथ मातृभूमि की रक्षा करने की प्रेरणा देता है। नाथ सम्प्रदाय के अनेक ऋषियों ने अनेकों बार शासन का संचालन व मार्गदर्शन किया है। उत्सव की अध्यक्षता धर्मपाल उपाध्याय और संचालन अमित कुमार हुड्डा व अनंगपाल आर्य ने संयुक्त रूप से किया।

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