नई दिल्ली, 10 मार्च 2023 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हुए हमलों के मुद्दे को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के सामने उठाया। बता दें प्रधानमंद्री ने शुक्रवार को
ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज विभन्न मुद्दों पर
बातचीत की। मोदी ने कहा, ‘यह खेद का विषय है कि पिछले कुछ सप्ताहों से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं।
स्वाभाविक है कि ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं, हमारे मन को व्यथित करते हैं। ’प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ हमारी इन भावनाओं और चिंताओं को मैंने
प्रधानमंत्री एल्बनीसि के समक्ष रखा। और
उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए विशेष प्राथमिकता है। इस विषय पर हमारी टीमें नियमित संपर्क में रहेंगी, और
यथासंभव सहयोग करेंगी।’ पिछले
दो महीनों में मंदिर पर हमले की चार घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
*ब्रिस्बेन में चार मार्च को हुआ मंदिर पर हमला*
आस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में
खालिस्तान समर्थकों ने चार मार्च को तोड़फोड़ की। यह घटना ब्रिस्बेन के लक्ष्मी नारायण मंदिर में हुई। पीटीआई भाषा के मुताबिक इस घटना को लेकर हिंदू ह्यूमन राइट्स’ की निदेशक सारा गेट्स ने कहा कि
नवीनतम तोड़फोड़ ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने का एक प्रयास है।
गेट्स ने ने कहा, ‘यह नवीनतम घटना विश्व स्तर पर ‘सिख फॉर जस्टिस’ का एक पैटर्न है, जो स्पष्ट रूप से ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने का प्रयास है। यह संगठन
(खालिस्तानी समर्थक) दुष्प्रचार, साइबर बुलिंग करने के साथ-साथ डराने-धमकाने में लिप्त है। ‘मेलबर्न, कैरम डाउन्स में भी हुई ऐसी ही घटनाएंपीटीआई भाषा के मुताबिक इससे पहले 23 जनवरी को मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में प्रतिष्ठित इस्कॉन मंदिर की दीवारों पर
‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिखा हुआ था। 16 जनवरी को विक्टोरिया के कैरम डाउन्स में ऐतिहासिक शिव विष्णु मंदिर में भी इसी तरह तोड़फोड़ की गई थी। 12 जनवरी को मेलबर्न के स्वामीनारायण मंदिर को
‘असामाजिक तत्वों’ ने भारत विरोधी नारों से विरूपित कर दिया था।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |