Sunday, June 29, 2025

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ठा गंगा विशन सिंह ने अंग्रेजों के तहसीलदार बनने के प्रस्ताव के बदले फांसी पर झूलना बेहतर माना

बड़ोत तहसील का तहसीलदार बना दिया था, तहसीलदार बनते ही उन्होंने सभी किसानों का लगान माफ कर दिया तथा किसानों से कहा कि ,अब डरने की आवश्यकता नहीं ।

बागपत,10 मई 2025 (यूटीएन)। महान क्रांतिकारी गंगा विशन सिंह को क्रांति दिवस 10 मई को ट्योढी के ग्रामीणों सहित उनके वंशजों व छात्र छात्राओं ने किया नमन व दी श्रद्धांजलि। सावन पब्लिक स्कूल टयौढी में क्रांति दिवस के मौके पर गाँव टयौढी के सन् 1857 के महान क्रांतिकारी ठा गंगा विशन सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि की गई तथा उनको नमन कर श्रद्धांजलि दी गई । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ठा गंगा विशन सिंह के वंशज ठा राजेश चौहान ने कहा कि, ठा गंगा विशन सिंह एक महान क्रांतिकारी थे वह उस समय के पढ़े-लिखे नौजवान थे, उन्हें बचपन से ही गुलामी पसंद नहीं थी तथा उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांतिकारी योजना में भाग लिया व बाबा शाहमल के साथ अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई में शामिल हो गए थे।

बताया कि,उन्होंने तहसील बड़ोत के अंग्रेज तहसीलदार को मार गिराया था तथा सभी क्रांतिकारियों ने मिलकर ठाकुर गंगा विशन सिंह को बड़ोत तहसील का तहसीलदार बना दिया था। तहसीलदार बनते ही उन्होंने सभी किसानों का लगान माफ कर दिया तथा किसानों से कहा कि ,अब डरने की आवश्यकता नहीं। कुछ महीनो के पश्चात अंग्रेजों ने तहसील बडोत को चारों ओर से घेर लिया तथा ठाकुर गंगा विशन सिंह को जिंदा पकड़ लिया और कहा कि, माफी मांग लो तहसीलदार बनाए रखेंगे । उन्होंने कहा कि, मैं तहसीलदार बनने के लिए नहीं, देश की आजादी के लिए लड़ रहा हूं।

अंग्रेजों ने वीर ठाकुर बिशन सिंह को तहसील के अंदर ही पेड़ पर फांसी पर लटका दिया था। यह क्रांतिवीर हंसते-हंसते भारत माता की जय बोलकर फांसी पर झूल गया था।

ठा राजेश सिंह चौहान ने कहा कि, ठा गंगा मिशन सिंह के जीवन से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। ऐसे महान क्रांतिकारी को हम हृदय से नमन करते हैं। इस दौरान पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को ध्वस्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारतीय सेना को भी बधाई दी गई। कार्यक्रम में सचिन शर्मा प्रधान. अशोक चौधरी प्रबंधक,प्रधानाचार्य बबीता रानी निधि शर्मा मीनाक्षी संध्या वंशिका आदि भी मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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ठा गंगा विशन सिंह ने अंग्रेजों के तहसीलदार बनने के प्रस्ताव के बदले फांसी पर झूलना बेहतर माना

बड़ोत तहसील का तहसीलदार बना दिया था, तहसीलदार बनते ही उन्होंने सभी किसानों का लगान माफ कर दिया तथा किसानों से कहा कि ,अब डरने की आवश्यकता नहीं ।

बागपत,10 मई 2025 (यूटीएन)। महान क्रांतिकारी गंगा विशन सिंह को क्रांति दिवस 10 मई को ट्योढी के ग्रामीणों सहित उनके वंशजों व छात्र छात्राओं ने किया नमन व दी श्रद्धांजलि। सावन पब्लिक स्कूल टयौढी में क्रांति दिवस के मौके पर गाँव टयौढी के सन् 1857 के महान क्रांतिकारी ठा गंगा विशन सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि की गई तथा उनको नमन कर श्रद्धांजलि दी गई । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ठा गंगा विशन सिंह के वंशज ठा राजेश चौहान ने कहा कि, ठा गंगा विशन सिंह एक महान क्रांतिकारी थे वह उस समय के पढ़े-लिखे नौजवान थे, उन्हें बचपन से ही गुलामी पसंद नहीं थी तथा उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांतिकारी योजना में भाग लिया व बाबा शाहमल के साथ अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई में शामिल हो गए थे।

बताया कि,उन्होंने तहसील बड़ोत के अंग्रेज तहसीलदार को मार गिराया था तथा सभी क्रांतिकारियों ने मिलकर ठाकुर गंगा विशन सिंह को बड़ोत तहसील का तहसीलदार बना दिया था। तहसीलदार बनते ही उन्होंने सभी किसानों का लगान माफ कर दिया तथा किसानों से कहा कि ,अब डरने की आवश्यकता नहीं। कुछ महीनो के पश्चात अंग्रेजों ने तहसील बडोत को चारों ओर से घेर लिया तथा ठाकुर गंगा विशन सिंह को जिंदा पकड़ लिया और कहा कि, माफी मांग लो तहसीलदार बनाए रखेंगे । उन्होंने कहा कि, मैं तहसीलदार बनने के लिए नहीं, देश की आजादी के लिए लड़ रहा हूं।

अंग्रेजों ने वीर ठाकुर बिशन सिंह को तहसील के अंदर ही पेड़ पर फांसी पर लटका दिया था। यह क्रांतिवीर हंसते-हंसते भारत माता की जय बोलकर फांसी पर झूल गया था।

ठा राजेश सिंह चौहान ने कहा कि, ठा गंगा मिशन सिंह के जीवन से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। ऐसे महान क्रांतिकारी को हम हृदय से नमन करते हैं। इस दौरान पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को ध्वस्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारतीय सेना को भी बधाई दी गई। कार्यक्रम में सचिन शर्मा प्रधान. अशोक चौधरी प्रबंधक,प्रधानाचार्य बबीता रानी निधि शर्मा मीनाक्षी संध्या वंशिका आदि भी मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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