मथुरा, 27 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। बिजली निजीकरण को लेकर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों में खलबली मची हुई है। शनिवार को ठेका कर्मियों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सामूहिक रूप से करीब 500 इस्तीफे दिए गए। कोसीकलां में कामबंद कर धरना प्रदर्शन किया। इसको लेकर अधिकारी और कर्मचारियों में आक्रोश है। कर्मचारी संगठनों द्वारा बायोमैट्रिक हाजिरी समेत अन्य मांगों को लेकर बीते दिनों अधिकारियों को ज्ञापन दिए थे।
लेकिन, इस पर अब तक अमल नहीं हो सका। इसके कारण ठेका कर्मियों ने शनिवार को विरोध स्वरूप सामूहिक रूप से इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। निगम में अप्रैल से एप के माध्यम से आनलाइन हाजिरी की व्यवस्था शुरू हो गई है।
शहरी एवं देहात क्षेत्र के सैकड़ों कर्मियों ने इस्तीफा सौंप दिए। कोसीकलां में एक्सईएन कार्यालय के सामने ठेका संविदाकर्मियों ने कामबंद कर धरना प्रदर्शन किया। उप खंड अधिकारी ने कर्मचारियों को मनाया, मगर वे नहीं माने।
बाद में छाता मंडल के 269 कर्मियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शन में कोसी देहात, कोटवन, छाता, धानौता, पैगांव, फालैन, चौमुहा, नौगांव, दलौता समेत सभी उपकेंद्रों के संविदाकर्मी शामिल रहे। गोवर्धन क्षेत्र में भी संविदाकर्मियों ने विरोधस्वरूप प्रदर्शन किया।
गोवर्धन, आन्यौर, राधाकुंड, गांठौली उपकेंद्र पर कार्यरत 110 संविदाकर्मियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया। मुख्य अभियंता राजीव गर्ग का कहना है शर्त के अनुसार कर्मियों को रखा जाना है। ये कंपनी का मामला है, इसमें हम कुछ नहीं कह सकते। इस्तीफे की हमें जानकारी नहीं है।