Sunday, June 29, 2025

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तनाव से गुजर रही दुनिया के लिए योग पॉज बटन जैसा: पीएम मोदी

दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया जा रहा है, पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया।

नई दिल्ली, 21 जून 2025 (यूटीएन)। दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है- जोड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है। मोदी ने कहा कि जब दुनिया में अशांति, तनाव और अस्थिरता बढ़ रही है, तो योग शांति की दिशा दिखाता है।
यह पॉज बटन जैसा। प्रधानमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी योग किया। इस बार की योग की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चर रिलेशन्स के मुताबिक, 191 देशों में 1,300 जगहों पर 2,000 से ज्यादा योग कार्यक्रम हुए। पीएम मोदी ने कहा- आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है।
मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी नेवी के जहाज में भी योगा कार्यक्रम चल रहा है। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, या एवरेस्ट की चोटियां, या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है।
पीएम ने कहा कि साथियों दुर्भाग्य से दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में यह स्थितियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। मोदी ने कहा कि योग उस ‘पॉज बटन’ की तरह है जिसकी इंसानियत को जरूरत है- ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि योग को सिर्फ पर्सनल प्रैक्टिस न बनाएं।
बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं। योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं। जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। ‘मी टु वी’ का भाव भारत की आत्मा का साथ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व में योग के प्रसार के लिए योग विज्ञान में आधुनिक रिसर्च को बढ़ावा दे रहा है। हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
इस दिशा में दिल्ली एम्स ने सराहनीय काम किया है। ‘हील इन इंडिया’ का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत बेस डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है। इसी के साथ आंध्र प्रदेश सरकार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। प्रोग्राम में 50 लाख से ज्यादा योग प्रमाणपत्र भी बांटे गए। आंध्र प्रदेश सरकार ने भी योग आंध्र अभियान शुरू किया है। इसका मकसद है राज्य में 10 लाख लोगों की रोजाना योग करने वाली कम्युनिटी बनाना है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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तनाव से गुजर रही दुनिया के लिए योग पॉज बटन जैसा: पीएम मोदी

दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया जा रहा है, पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया।

नई दिल्ली, 21 जून 2025 (यूटीएन)। दुनियाभर में शनिवार को 11वां योग दिवस मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है- जोड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है। मोदी ने कहा कि जब दुनिया में अशांति, तनाव और अस्थिरता बढ़ रही है, तो योग शांति की दिशा दिखाता है।
यह पॉज बटन जैसा। प्रधानमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी योग किया। इस बार की योग की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चर रिलेशन्स के मुताबिक, 191 देशों में 1,300 जगहों पर 2,000 से ज्यादा योग कार्यक्रम हुए। पीएम मोदी ने कहा- आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है।
मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी नेवी के जहाज में भी योगा कार्यक्रम चल रहा है। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, या एवरेस्ट की चोटियां, या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है।
पीएम ने कहा कि साथियों दुर्भाग्य से दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में यह स्थितियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। मोदी ने कहा कि योग उस ‘पॉज बटन’ की तरह है जिसकी इंसानियत को जरूरत है- ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि योग को सिर्फ पर्सनल प्रैक्टिस न बनाएं।
बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाएं। योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं। जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। ‘मी टु वी’ का भाव भारत की आत्मा का साथ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व में योग के प्रसार के लिए योग विज्ञान में आधुनिक रिसर्च को बढ़ावा दे रहा है। हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
इस दिशा में दिल्ली एम्स ने सराहनीय काम किया है। ‘हील इन इंडिया’ का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत बेस डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है। इसी के साथ आंध्र प्रदेश सरकार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। प्रोग्राम में 50 लाख से ज्यादा योग प्रमाणपत्र भी बांटे गए। आंध्र प्रदेश सरकार ने भी योग आंध्र अभियान शुरू किया है। इसका मकसद है राज्य में 10 लाख लोगों की रोजाना योग करने वाली कम्युनिटी बनाना है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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