बागपत, 06 मार्च 2024 (यूटीएन)। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज ग्राम पंचायत ट्यौढी पहुंचकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कहा कि,आयुष्मान आरोग्य मंदिर के माध्यम से जनता को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देना, शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर कोई भी मरीज पहुंच कर वहां तैनात सीएचओ के द्वारा ई संजीवनी के माध्यम से विशेष चिकित्सकों से भी परामर्श ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि, आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर 14 तरह की जांच की जाती हैं और 58 तरह की दवाई उपलब्ध रहती हैं, जिससे आम जनमानस को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर से बेहतर प्राप्त हो सकें तथा व्यक्ति को छोटी सी समस्या के लिए बाहर न जाना पड़े।
बता दें कि, जिलाधिकारी द्वारा निरंतर आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण किये जा रहे हैं, जिसके क्रम में आयुष्मान आरोग्य मंदिर ट्यौढी में उपस्थिति पंजिका देखी और ओपीडी रजिस्टर का भी अवलोकन किया । शासन ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का नाम परिवर्तित करते हुए आयुष्मान आरोग्य मंदिर नाम रखा है । सरकार द्वारा अनटाइट फंड से आयुष्मान आरोग्य मंदिर के संचालन के लिए 1 वर्ष के लिए 45000 रुपए की धनराशि प्राप्त होती है जिसमें सीएचओ व ग्राम प्रधान का संयुक्त खाता होता है, जिसमें ट्यौढी ग्राम प्रधान द्वारा कोई भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने अन टाइट फंड की जांच कराए जाने के निर्देश दिए। कहा कि यह स्थिति अन्य सभी आरोग्य मंदिरों पर भी लागू होगी तथा जिन ग्राम प्रधानों ने इसमें लापरवाही की है।
उनकी जिम्मेदारी तय करते हुए उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने कहा व्यवस्थाओं के संचालन के लिए सरकार द्वारा जिस मद में जो धनराशि मिलती है उसका सही तरीके से सदुपयोग किया जाए। निरीक्षण के दौरान आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर व्यवस्थाएं सही मिली सीएचओ विक्रांत मौजूद मिले, जबकि एएनएम सेंटर फंक्शनल नहीं था ,जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और इसमें कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि, जिन 244 ग्राम पंचायतों में आयुष्मान आरोग्य मंदिर से संबंधित जो समस्याएं हैं, उन्हें अगले तीन दिन में रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें, जिससे व्यवस्था में और बेहतर से बेहतर सुधार हो सके।