अमींनगर सराय,09 मई 2025 (यूटीएन)। क्षेत्र की डौला सीएचसी पर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य से संबंधित परीक्षण के लिए विभागीय स्तर पर प्रत्येक महीने के 1, 9, 16 और 24 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जाता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच करते हुए इनके और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ- साथ गर्भवती महिलाओं को हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। इस दौरान लगभग 163 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराया गया तथा आवश्यक ईलाज व हिदायतें दी गई ।
डौला की सीएचसी की महिला चिकिक्सा अधिकारी भावना त्यागी ने बताया कि, प्रसव पूर्व जांच का मुख्य उद्देश्य मातृ- शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। सुरक्षित प्रसव के लिहाज से प्रसव पूर्व जांच कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह जच्चा व बच्चा दोनों की सेहत को सुरक्षित सुनिश्चित करता है। एएनसी जांच में मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं का वजन, रक्तचाप, रक्तहीनता, मधुमेह एवं एचआईवी जैसी जांच की जाती है।
इससे गर्भस्थ शिशु की वास्तविक स्थिति और उनके विकास का आंकलन किया जाता है। नियमित रूप से चारों एएनसी जांच कराने के बाद पेट में पल रहे शिशु की परिस्थितियों के अनुसार गर्भवती महिलाओं को आवश्यक चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे कि मां और होने वाले शिशु पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित रहते हैं।
डॉ भावना ने बताया कि,एएनसी का मुख्य उद्देश्य प्रसव के दौरान कोई परेशानी ना हो। एक मई को 181 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड का टोकन वितरित किया गया था जबकि शुक्रवार को 163 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड का टोकन वितरित किया गया है। इस मौके पर गोपाल सिंह बीपीएम, सुहैल अंसारी बीएएम, आशा कार्यकत्री अनीता, मधु, कविता, फरीदा आदि मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |