Sunday, June 29, 2025

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जेवी कालेज में प्रशिक्षण के दौरान टोमेटो सॉस व अदरक स्क्वेश सहित लॉन बनाना सिखाया

वर्तमान समय में टमाटर की दर सस्ती है अतः किसान केचप व सॉस बनाकर बाद में महंगी दर पर बेंचकर मुनाफा कमा सकते हैं।

बडौत,05 मई 2025 (यूटीएन)। नगर के जनता वैदिक कॉलेज में आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में उद्यान विज्ञान विभाग कृषि अभियांत्रिकी विभाग एवं पादप रोग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित औद्यानिक फसलों के तोडाई उपरांत प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धन कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षुओं को टोमेटो सॉस व अदरक स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक अभय विक्रम सिंह व सौरभ कुमार सिंह की देखरेख में उत्पादों का निर्माण किया गया।
इस मौके पर डॉ सौरभ कुमार सिंह ने बताया, तोड़ाई उपरांत प्रबंधन न होने के कारण फल- सब्जियां उपभोक्ताओं तक नहीं पहुँच पाती हैं। किसानों को भी नुकसान होता है। वर्तमान समय में टमाटर की दर सस्ती है अतः किसान केचप व सॉस बनाकर बाद में महंगी दर पर बेंचकर मुनाफा कमा सकते हैं। वहीं लैंडस्कैपिंग कौशल विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं ने लॉन बनाना सीखा ,जो डॉ जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में हुआ। बताया कि,लॉन से पर्यावरण प्रदूषण को कम किया जा सकता है व प्रोपर्टी की कीमत भी बढ़ाई जा सकती है। 
कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉक्टर अनुपम तिवारी ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम से छात्र प्रकृति के सानिध्य में आ रहे हैं और उसके संरक्षण के बारे में सीख रहें हैं। एक अच्छी लैंडस्कैपिंग में देशज वृक्षों का ही समायोजन करना चाहिए। यह कम पानी और खाद चाहते हैं।कार्यक्रम में प्रेरणा, सृष्टि, निशांत, कशिश, अनु कुमारी आदि प्रशिक्षु उपस्थित रहें।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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जेवी कालेज में प्रशिक्षण के दौरान टोमेटो सॉस व अदरक स्क्वेश सहित लॉन बनाना सिखाया

वर्तमान समय में टमाटर की दर सस्ती है अतः किसान केचप व सॉस बनाकर बाद में महंगी दर पर बेंचकर मुनाफा कमा सकते हैं।

बडौत,05 मई 2025 (यूटीएन)। नगर के जनता वैदिक कॉलेज में आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वाधान में उद्यान विज्ञान विभाग कृषि अभियांत्रिकी विभाग एवं पादप रोग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित औद्यानिक फसलों के तोडाई उपरांत प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धन कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षुओं को टोमेटो सॉस व अदरक स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षक अभय विक्रम सिंह व सौरभ कुमार सिंह की देखरेख में उत्पादों का निर्माण किया गया।
इस मौके पर डॉ सौरभ कुमार सिंह ने बताया, तोड़ाई उपरांत प्रबंधन न होने के कारण फल- सब्जियां उपभोक्ताओं तक नहीं पहुँच पाती हैं। किसानों को भी नुकसान होता है। वर्तमान समय में टमाटर की दर सस्ती है अतः किसान केचप व सॉस बनाकर बाद में महंगी दर पर बेंचकर मुनाफा कमा सकते हैं। वहीं लैंडस्कैपिंग कौशल विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं ने लॉन बनाना सीखा ,जो डॉ जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में हुआ। बताया कि,लॉन से पर्यावरण प्रदूषण को कम किया जा सकता है व प्रोपर्टी की कीमत भी बढ़ाई जा सकती है। 
कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉक्टर अनुपम तिवारी ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम से छात्र प्रकृति के सानिध्य में आ रहे हैं और उसके संरक्षण के बारे में सीख रहें हैं। एक अच्छी लैंडस्कैपिंग में देशज वृक्षों का ही समायोजन करना चाहिए। यह कम पानी और खाद चाहते हैं।कार्यक्रम में प्रेरणा, सृष्टि, निशांत, कशिश, अनु कुमारी आदि प्रशिक्षु उपस्थित रहें।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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