बागपत, 29 मार्च 2023 (यूटीएन)। दीवान
इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज, मेरठ के बीएड विभाग के द्वारा “बौद्धिक संपदा अधिकार” पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजन किया गया, जिसमें जनपद के वरिष्ठ शिक्षाविदों ने भी भाग लिया तथा अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए | वेबिनार का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया। वेबिनार की मुख्य वक्ता व नीपम अधिकारी छवि गर्ग ने कहा कि, बौद्धिक संपदा, संपत्ति की एक श्रेणी है, जिसमें मानव बुद्धि की अमूर्त रचनाएं शामिल हैं। उन्होंने बौद्धिक संपदा के कई प्रकार बताये, जिनमें सबसे प्रसिद्ध प्रकार पेटेंट,
कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और व्यापार रहस्य, औद्योगिक डिजाइन, भौगोलिक संकेत तथा पौधों की विविधता संरक्षण को बताया।
वेबिनार की दूसरी मुख्य वक्ता प्रीति ने कहा कि,
बौद्धिक संपदा अधिकार का प्राथमिक कार्य नए उत्पादों के विकास और वितरण और नई सेवाओं के प्रावधान की रक्षा करना और उसे प्रोत्साहित करना है, जो आविष्कारों, ट्रेडमार्क, डिज़ाइन, रचनात्मक सामग्री या अन्य अमूर्त संपत्ति के निर्माण और शोषण पर आधारित हैं। वहीं दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज के प्राचार्य, डा शिवपाल सिंह ने कहा कि, बौद्धिक संपदा के प्रति हम सभी को
जागरूक होने की आवश्यकता है, जो समय की माँग है। मां अम्बा बालिका डिग्री कालेज ग्वालीखेडा बागपत के प्राचार्य डा राजीव गुप्ता ने भी सेमिनार में भाग लिया और बीएड के प्रशिक्षुओं के लिए
आवश्यक बिन्दुओं पर चर्चा की। वेबिनार में 150 से अधिक शिक्षाविदों ने भाग लिया। वेबिनार में प्राध्यापक राकेश केशरी, पुष्पेंद्र कुमार, सूजा जॉर्ज स्टेनली, धर्मवीर सिंह, डॉ राहुल गुप्ता, मन्दीप शर्मा, रिचा अग्रवाल, मीनू सचदेवा, राजीव कुमार आदि ने सहयोग किया |