बागपत, 21 मार्च 2023 (यूटीएन)। राष्ट्रहित व
मानव सेवा सर्वोपरी की भावना से कार्य करने वाले अग्रवाल मण्डी टटीरी के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ संजय तोमर को उनके चिकित्सा क्षेत्र व सामाजिक क्षेत्र में दिये जा रहे योगदान के लिए उन्हें लोकपाल गुप्ता सम्मान से सम्मानित किया गया। लोकपाल गुप्ता सम्मान रक्षा मंत्रालय भारत
सरकार की जहाज निर्माण कम्पनी
माझगांव डॉक बिल्डर्स लिमिटेड़ के महाप्रबन्धक सौरभ गुप्ता के माध्यम से समाज में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले लोगों और विशिष्ट प्रतिभाओं को प्रदान किया जाता है। सौरभ गुप्ता की ओर से डा संजय तोमर को चादर, पटका व पगड़ी पहनाकर और उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। सौरभ गुप्ता ने बताया कि
समाज में ऐसी अनेक प्रतिभायें हैं जो सामने न आकर राष्ट्र निर्माण एवं सामाजिक उत्थान के लिए समर्पण भाव से देश सेवा कर रही है। बताया कि डाक्टर संजय तोमर ने
चिकित्सा पेशे और इंसानियत को गौरवान्वित किया है। डाक्टर संजय तोमर का नियम है कि वह नियमित रूप से 4 बहुत ही निर्धन और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क चिकित्सीय सुविधा
उपलब्ध कराते है। इसके साथ-साथ वे महीने में एक बार सभी के लिए।
निशुल्क
चिकित्सा कैम्प भी आयोजित करते है, जिसमें सामान्य मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाता है और उनके लिए निशुल्क परामर्श व निशुल्क दवाईयां उपलब्ध करायी जाती है। सौरभ गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1938 से वर्ष 1968 के दौर में डाक्टर संजय तोमर के पड़बाबा चौधरी पृथ्वीसिंह तोमर को प्राचीन पद्धति से टूटी
हडडियों को सही करने मे महारथ हासिल थी। वर्ष 1968 में डा संजय तोमर के पिता डा करम सिंह तोमर ने चिकित्सा क्षेत्र में कदम रखा और चिकित्सा क्षेत्र में
महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। डाक्टर संजय तोमर के बाबा चौधरी बेगराम सिंह तोमर खतौली चीनी मिल के मैनेजर व उसके उपरान्त छोटी रेलवे लाइन के रेलवे स्टेशन मास्टर रहे। डा संजय तोमर की माता
सावित्री देवी है जो कि बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति की महिला है और समाजसेवा में
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। डा संजय तोमर की पत्नी डा संगीता तोमर है जो एक शिक्षिका है। इनके दो पुत्र डा बादल प्रताप सिंह तोमर व यश प्रताप सिंह तोमर है। सौरभ गुप्ता ने छिपी हुई प्रतिभाओं को देश व दुनियां के सामने प्रस्तुत करने के लिए प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता विपुल जैन की प्रशंसा की। डा संजय तोमर ने
लोकपाल गुप्ता सम्मान से सम्मानित किये जाने पर सौरभ गुप्ता का
आभार व्यक्त किया और अपनी समस्त उपलब्धियों का श्रेय अपने माता-पिता, गुरूजनों, पत्नी व बच्चों को दिया।