Sunday, June 29, 2025

National

spot_img

ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर खतरा, मॉनसून से पहले अंडमान सागर से उठा चक्रवात ‘शक्ति अलर्ट जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग और मौसम के जानकारों का कहना है कि अंडमान सागर के ऊपर हवा का एक चक्रवात बन रहा है, इससे 16 से 22 मई के बीच कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है।

कोलकाता,14 मई 2025 (यूटीएन)। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 24 से 26 मई के बीच भारत और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में आ सकता है। इससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘अंडमान सागर के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी से 7.6 किमी की  ऊंचाई पर एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। इसका मतलब है कि समुद्र में एक खास तरह की हवा घूम रही है, जो चक्रवात बना सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह भी बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू हो गया है।

इसका मतलब है कि भारत में बारिश का मौसम शुरू हो गया है। मानसून आम तौर पर जून के पहले हफ्ते में भारत पहुंचा है, लेकिन इस बार यह थोड़ा पहले आ गया है। मौसम वैज्ञानिक इस चक्रवात पर लगातार नजर रख रहे हैं। लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे सुरक्षित रहें और मौसम विभाग की जानकारी को ध्यान से सुनें। चक्रवात आने पर क्या करना चाहिए, इसके बारे में भी सरकार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

लोगों को चाहिए कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें। दक्षिणी पश्चिमी मानसून के सक्रिय होने के साथ अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र बन गया है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश के तटीय इलाकों में चक्रवात ‘शक्ति’ का प्रकोप बढ़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू हो गया है। यह मानसून दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग और मौसम के जानकारों का कहना है कि अंडमान सागर के ऊपर हवा का एक चक्रवात बन रहा है। इससे 16 से 22 मई के बीच कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। बांग्लादेश के मौसम वैज्ञानिक मुस्तफा कमाल पालाश का कहना है कि यह सिस्टम 23 से 28 मई के बीच ‘शक्ति’ नाम के चक्रवात में बदल सकता है। अगर यह चक्रवात बनता है, तो 24 से 26 मई के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल भारत और खुलना और चट्टोग्राम बांग्लादेश के तटीय इलाकों में इसके आने का खतरा है। 

International

spot_img

ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर खतरा, मॉनसून से पहले अंडमान सागर से उठा चक्रवात ‘शक्ति अलर्ट जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग और मौसम के जानकारों का कहना है कि अंडमान सागर के ऊपर हवा का एक चक्रवात बन रहा है, इससे 16 से 22 मई के बीच कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है।

कोलकाता,14 मई 2025 (यूटीएन)। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 24 से 26 मई के बीच भारत और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में आ सकता है। इससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘अंडमान सागर के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी से 7.6 किमी की  ऊंचाई पर एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। इसका मतलब है कि समुद्र में एक खास तरह की हवा घूम रही है, जो चक्रवात बना सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह भी बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू हो गया है।

इसका मतलब है कि भारत में बारिश का मौसम शुरू हो गया है। मानसून आम तौर पर जून के पहले हफ्ते में भारत पहुंचा है, लेकिन इस बार यह थोड़ा पहले आ गया है। मौसम वैज्ञानिक इस चक्रवात पर लगातार नजर रख रहे हैं। लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे सुरक्षित रहें और मौसम विभाग की जानकारी को ध्यान से सुनें। चक्रवात आने पर क्या करना चाहिए, इसके बारे में भी सरकार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

लोगों को चाहिए कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें। दक्षिणी पश्चिमी मानसून के सक्रिय होने के साथ अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र बन गया है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश के तटीय इलाकों में चक्रवात ‘शक्ति’ का प्रकोप बढ़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू हो गया है। यह मानसून दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग और मौसम के जानकारों का कहना है कि अंडमान सागर के ऊपर हवा का एक चक्रवात बन रहा है। इससे 16 से 22 मई के बीच कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। बांग्लादेश के मौसम वैज्ञानिक मुस्तफा कमाल पालाश का कहना है कि यह सिस्टम 23 से 28 मई के बीच ‘शक्ति’ नाम के चक्रवात में बदल सकता है। अगर यह चक्रवात बनता है, तो 24 से 26 मई के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल भारत और खुलना और चट्टोग्राम बांग्लादेश के तटीय इलाकों में इसके आने का खतरा है। 

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES