नई दिल्ली, 14 मई 2025 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक में अपने सहयोगियों को राजनीतिक टिप्पणी करने और राजनीति वाद-विवाद में पड़ने से बचने की सलाह दी थी। एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में सभी राजनीतिक दलों से राष्ट्रीय एकता पर बात की। इससे पता चलता है कि बीजेपी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को साथ मिलकर काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 मई को राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक करेंगे। इस बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके बाद की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है।
बीजेपी अपने सहयोगियों को बताएगी कि सीजफायर का निर्णय भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय फैसला था। बीजेपी कार्यकर्ताओं को यह संदेश देगी कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद सिर्फ पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों को निशाना बनाना था, न कि किसी अन्य देश की सेना पर हमला करना। पार्टी भारत की आर्थिक ताकत बढ़ाने और चीन के मुकाबले बेहतर विकल्प के तौर पर उभरने पर भी जोर देगी। बीजेपी अपने ग्राउंड वर्कर्स तक यह मैसेज पहुंचा रही कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य केवल पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों को निशाना बनाना था। इसका मकसद किसी अन्य देश की सेना पर हमला करना नहीं था। बीजेपी के भीतर यह राय भी है कि भारत को अपनी आर्थिक ताकत बढ़ानी चाहिए।
उसे चीन के साथ चल रहे ट्रेड वॉर के बीच खुद को एक बेहतर विकल्प के रूप में दिखाना चाहिए। इसके लिए, एक लंबा युद्ध शायद सही नहीं होगा। आतंकवादियों के खिलाफ सीमित कार्रवाई ही बेहतर है। पार्टी चाहती है कि उसके कार्यकर्ता और समर्थक इस बात को समझें। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हो सकते हैं। इनके साथ ही जहां-जहां भी बीजेपी और एनडीए की सरकार है वहां के सीएम-डिप्टी सीएम भी बैठक में शामिल होंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद रहेंगे। बीजेपी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सशस्त्र बलों की जीत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। बीजेपी नेतृत्व का प्लान यही है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को समझाया जाए कि भारत को आर्थिक रूप से मजबूत होना क्यों जरूरी है। यूएस की चीन के साथ व्यापार में प्रतिस्पर्धा चल रही है। ऐसे में भारत को एक बेहतर विकल्प बनना होगा। बीजेपी सहयोगी दलों को बताएं कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति कैसे बनी। दोनों देशों ने मिलकर कैसे फैसला किया कि अब लड़ाई नहीं करेंगे।