नई दिल्ली, 29 मार्च 2024 (यूटीएन)। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा गिरफ्तार करना और कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते फ्रीज करना, इस मामले को लेकर अमेरिका, जर्मनी और यूएन में टिप्पणी की गई है। भारत ने इस मामले में जर्मनी के राजयनिक को तलब किया था। उन्हें सख्त संदेश देते हुए कहा था कि यह भारत का आंतरिक मामला है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में दखल और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं।
भारत, कानून के शासन वाला एक जीवंत और मजबूत लोकतंत्र है। इस मामले में कानून अपना काम करेगा। इस संबंध में बनाई गई सभी पक्षपातपूर्ण धारणाएं बहुत अनुचित हैं। इसके बाद अमेरिका ने इस मामले में टिप्पणी कर दी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, हम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी सहित इन कार्रवाईयों पर बारीकी से नजर रखना जारी रखेंगे।
*अमेरिका बोला, कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं*
केजरीवाल और कांग्रेस पार्टी के मामले में अमेरिका की टिप्पणी के बाद भारत सरकार ने अमेरिकी राजनयिक को भी तलब किया था। उसमें बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, हम कांग्रेस पार्टी के आरोपों से भी अवगत हैं कि आयकर विभाग ने उनके कुछ बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। इसकी वजह से आगामी चुनावों में प्रचार करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
हम इनमें से हर मुद्दे के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं। इसमें किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता ने भी कह दिया, हमें बहुत उम्मीद है कि भारत में या किसी अन्य देश में हर किसी के अधिकार सुरक्षित हैं। हर कोई स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल में मतदान करने में सक्षम है। पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दावा किया था कि सरकार ने 14 लाख रुपये के टैक्स बकाये से जुड़े एक मामले में पार्टी के 285 करोड़ रुपये के फंड को रोक दिया है।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |