हरदोई, 28 मार्च 2023 (यूटीएन)। उत्तर के प्रदेश के हरदोई जिले के अरवल
थानाक्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया है। दरअसल अरवल थानाक्षेत्र के खरगपुर गाँव के रहने वाले कौशलेंद्र त्रिपाठी पुत्र कैलाश चंद्र को गाँव के ही कुछ लोग खेत से खींचकर ले गए और हाथ पैर रस्सी से बांधकर फांसी पर लटकाकर मारने का प्रयास किया। इसी
दौरान पति को खोजते हुए जब उस कौशलेंद्र की पत्नी खेत की ओर पहुंची तो आहट पाकर हमलावर उसे मरा हुआ जानकर मौके से फरार गए।
अचेत अवस्था मे परिजन
कौशलेंद्र त्रिपाठी को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल लेकर गए जहां पर समय से इलाज मिल जाने के चलते जैसे तैसे कौशलेंद्र की जान बच गई। कौशलेंद्र ने बताया कि जब वह अपने साथ घटी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अरवल थाने पहुंचा तो पुलिस ने उस पर पहले से मुकदमें दर्ज होने की बात कहकर उसकी रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया। पुलिस को दी गई तहरीर में पीड़ित कौशलेंद्र ने कहा है कि रोज की तरह जब वह गाँव के बाहर खेत मे गया था कि तभी 5 लोगों ने उसे दबोच लिया और चेहरे पर गमछा
डालकर कसकर बांधने के बाद उसे उत्तर दिशा की ओर स्थित बगिया की ओर खींचकर ले जाने लगे।
अपने आपको बचाने के लिए उसने प्रयास किया तो हाथापाई के दौरान उसने गाँव के ही रहने वाले जुगेन्द्र सिंह पुत्र लाल सिंह व आदेश सिंह उर्फ छुन्नी पुत्र
दीनदयाल को पहचान लिया जबकि तीन लोगों को वह पहचान नही पाया। बकौल कौशलेंद्र जब हमलावर उसे खींचकर बाग की ओर ले जा रहे थे तब वह आपस मे बात कर रहे थे कि इसे गोली मत मरना, इसे गमछे से ही फांसी लगाकर निपटा दो। कौशलेंद्र ने दी गई तहरीर में बताया कि
परिजन उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल ले गए और जब उसे होश आया तो वह रिपोर्ट दर्ज कराने अरवल थाने गया लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नही की। वहीं स्थानीय पुलिस मामले को हल्के में लेकर यह बात कहते हुए।
पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही है कि कौशलेंद्र पर पहले से ही मुकदमे दर्ज है जबकि
कौशलेंद्र का कहना है कि उस की संपत्ति पर बुरी नजर रखे लोगों के द्वारा उसे परेशान करने की नीयत से लगातार झूठे मुकदमे उसके परिवार पर लिखाए जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस की
कार्यशैली पर सवाल यह उठता है कि पीड़ित कौशलेंद्र पर अगर पहले से मुकदमे दर्ज भी है तो क्या स्थानीय पुलिस उसके साथ घटी घटना की रिपोर्ट दर्ज नही करेगी, जबकि पीड़ित कौशलेंद्र खुद पर जानलेवा हमला करने वाले हमलावरों को पहचानने की बात लगातार कह रहा है। अब आगे देखना होगा कि पुलिस इस गंभीर मामले पर सज्ञान लेकर पीड़ित कौशलेंद्र की रिपोर्ट दर्ज करती है या नही।
स्टेट- ब्यूरो, (तेजस्वी प्रताप सिंह)|