Sunday, June 29, 2025

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सिद्ध बाबा महोत्सव में साध्वी राधा देवी ने युवाओं को दिया धर्म अपनाने का संदेश, सुनाए ध्रुव, प्रह्लाद व मीरा के चरित्र

मंदिर में चल रहे सिद्ध बाबा महोत्सव के दूसरे दिन व्यासपीठ से साध्वी राधा देवी ने श्रद्धालुओं को धर्म और जीवन मूल्यों से जोड़ने हेतु श्रद्धा और भक्तिरस से सराबोर सारगर्भित प्रवचन दिये।

खेकड़ा, 28 जून 2025 (यूटीएन)। मंदिर में चल रहे सिद्ध बाबा महोत्सव के दूसरे दिन व्यासपीठ से साध्वी राधा देवी ने श्रद्धालुओं को धर्म और जीवन मूल्यों से जोड़ने हेतु श्रद्धा और भक्तिरस से सराबोर सारगर्भित प्रवचन दिये। महामंडलेश्वर भैयादास महाराज के सानिध्य में कथावाचक साध्वी राधा देवी ने कथा में बताया कि।

केवल कथा सुन लेने से पूर्ण फल नहीं मिलता, जब तक कथा में बताए गए सद्गुणों को जीवन में उतारा न जाए और अवगुणों का त्याग न किया जाए। उन्होंने कहा कि कथा तब कल्याणकारी होती है जब हम उसका वास्तविक भाव अपने व्यवहार में उतारें। साध्वी ने ध्रुव, प्रह्लाद और मीरा के जीवन चरित्रों का उदाहरण देते हुए बताया कि।

इन महान आत्माओं ने प्रभु से प्रेम करके, दीन-दुखियों की पीड़ा को समझा, और अपना जीवन प्रभु को समर्पित कर दिया। श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर आनंद और भक्ति का अनुभव किया। संजय त्यागी, सतीश त्यागी, नीरज, कन्नू त्यागी, अनिल त्यागी, कल्याण यादव, बृजपाल वर्मा, बबली, कविता, मोना, सोना आदि श्रद्धालु शामिल रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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सिद्ध बाबा महोत्सव में साध्वी राधा देवी ने युवाओं को दिया धर्म अपनाने का संदेश, सुनाए ध्रुव, प्रह्लाद व मीरा के चरित्र

मंदिर में चल रहे सिद्ध बाबा महोत्सव के दूसरे दिन व्यासपीठ से साध्वी राधा देवी ने श्रद्धालुओं को धर्म और जीवन मूल्यों से जोड़ने हेतु श्रद्धा और भक्तिरस से सराबोर सारगर्भित प्रवचन दिये।

खेकड़ा, 28 जून 2025 (यूटीएन)। मंदिर में चल रहे सिद्ध बाबा महोत्सव के दूसरे दिन व्यासपीठ से साध्वी राधा देवी ने श्रद्धालुओं को धर्म और जीवन मूल्यों से जोड़ने हेतु श्रद्धा और भक्तिरस से सराबोर सारगर्भित प्रवचन दिये। महामंडलेश्वर भैयादास महाराज के सानिध्य में कथावाचक साध्वी राधा देवी ने कथा में बताया कि।

केवल कथा सुन लेने से पूर्ण फल नहीं मिलता, जब तक कथा में बताए गए सद्गुणों को जीवन में उतारा न जाए और अवगुणों का त्याग न किया जाए। उन्होंने कहा कि कथा तब कल्याणकारी होती है जब हम उसका वास्तविक भाव अपने व्यवहार में उतारें। साध्वी ने ध्रुव, प्रह्लाद और मीरा के जीवन चरित्रों का उदाहरण देते हुए बताया कि।

इन महान आत्माओं ने प्रभु से प्रेम करके, दीन-दुखियों की पीड़ा को समझा, और अपना जीवन प्रभु को समर्पित कर दिया। श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर आनंद और भक्ति का अनुभव किया। संजय त्यागी, सतीश त्यागी, नीरज, कन्नू त्यागी, अनिल त्यागी, कल्याण यादव, बृजपाल वर्मा, बबली, कविता, मोना, सोना आदि श्रद्धालु शामिल रहे।

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