Sunday, June 29, 2025

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भारत मध्य एशियाई देशों के साथ ऐतिहासिक संबंधों को महत्व देता है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मध्य एशिया के देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है।

नई दिल्ली, 07 जून 2025  (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मध्य एशिया के देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है। यह बयान उन्होंने कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से मुलाकात के बाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत मध्य एशियाई देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है।
हम आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में एकजुट और दृढ़ हैं। व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, फिनटेक, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने की प्रतीक्षा है। भारत ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद समर्थन देने के लिए मध्य एशियाई देशों का आभार जताया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इंडिया-सेंट्रल एशिया डायलॉग के उद्घाटन सत्र में कहा कि भारत इन पांचों देशों के साथ संपर्क, व्यापार, पर्यटन और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को इच्छुक है। प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के बयानों को भारत की “विश्वसनीय विकास साझेदार” बनने की प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है, जो मध्य एशियाई देशों के साथ रणनीतिक सहयोग को एक नई दिशा देने का संकेत देता है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

International

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भारत मध्य एशियाई देशों के साथ ऐतिहासिक संबंधों को महत्व देता है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मध्य एशिया के देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है।

नई दिल्ली, 07 जून 2025  (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मध्य एशिया के देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है। यह बयान उन्होंने कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से मुलाकात के बाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत मध्य एशियाई देशों के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को गहराई से संजोता है।
हम आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में एकजुट और दृढ़ हैं। व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, फिनटेक, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने की प्रतीक्षा है। भारत ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद समर्थन देने के लिए मध्य एशियाई देशों का आभार जताया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इंडिया-सेंट्रल एशिया डायलॉग के उद्घाटन सत्र में कहा कि भारत इन पांचों देशों के साथ संपर्क, व्यापार, पर्यटन और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को इच्छुक है। प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के बयानों को भारत की “विश्वसनीय विकास साझेदार” बनने की प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है, जो मध्य एशियाई देशों के साथ रणनीतिक सहयोग को एक नई दिशा देने का संकेत देता है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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