Sunday, June 29, 2025

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राष्ट्रीय हिंदत्व कला एकता संगठन एवं काशी विद्वत परिषद,धर्माचार्य संघ के द्वारा जिलाधिकारी को दिया गया ज्ञापन

धर्मिक आयोजनों की मर्यादाओं का अपमान किया जा रहा है, यह हमारे धार्मिक आयोजन जैसे भागवत कथा राम कथा एवं अन्य कथाएं भजन संध्या एवं अन्य भजन कीर्तन देवी जागरण माता की चौकी जैसे पवित्र आयोजनों में नाम और पहचान छिपाकर जाते है।

मथुरा,24 मई 2025 (यूटीएन)। सनातन धर्म में धार्मिक आयोजन का महत्व बहुत ही पवित्र माना जाता है।और बड़ी ही शुद्धता और पवित्रा के साथ हर आयोजन को किया जाता है,और सनातन धर्म को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसी को लेकर राष्ट्रीय हिंदत्व कला एकता संगठन ,काशी विद्वत परिषद और धर्माचार्य संघ के द्वारा आज जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया गया। हिंदूवादी संगठनों के द्वारा कहा गया सनातन धर्म हम सनातनियो की आस्था का केन्द्र हैं, धर्म विशेष के लोगो के द्वारा हमारे धर्मिक आयोजनों की मर्यादाओं का अपमान किया जा रहा है, यह हमारे धार्मिक आयोजन जैसे भागवत कथा राम कथा एवं अन्य कथाएं भजन संध्या एवं अन्य भजन कीर्तन देवी जागरण माता की चौकी जैसे पवित्र आयोजनों में नाम और पहचान छिपाकर जाते है।

अयोजको द्वारा लगाए गए तिलक को मिटा देते है सम्मान में जो देवी देवताओं की छवि के मोमेंटम और चित्रपट मिलते है उन्हें भी वही छोड़ जाते हैं और ये मांसभक्षी है जहां पवित्र अनुष्ठानिक आयोजनों मैं स्वयं आयोजक लहसुन प्याज़ तक नही खाते वहां इन मांसभक्षियो का आना उचित नही है इन्होंने फ़र्ज़ी हिन्दू नाम रखे हुए है जिस पहचान से ये हिन्दू धर्मिक आयोजन करते है, उन्ही नमो से फ़र्ज़ी आधार कार्ड भी बनवा रखे है नाम जिहाद के साथ , वैचारिक जिहाद और लव जिहाद भी धार्मिक कार्यों के माध्यम से फैलाया जा रहा है आज वृन्दावन के संत धर्माचार्यों आचार्य ब्राह्मण संगठन के कार्यकर्ता एवं वृन्दावन मथुरा आगरा हाथरस अलीगढ़ एवम आस पास के सैकड़ों सनातनियों ने एसएसपी साहब और डीएम साहब को व्यापन दिया गया।

हमारी मांगे है कि अगर आपको हमारे पवित्र कार्यक्रमों में आना है तो ओरिजनल नाम और आपका जो स्वरूप है जालीदार टोपी लागकर धर्म की मर्यादाओं को ध्यान मैं रखकर आप कार्य कर सकते हैं। हमे उसमें कोई आपत्ति नहीं। ताकि हमारी बहन बेटियों को आपके बारे में और आपके धर्म के बारे सब पता रहे।

वहीं मीडिया से करते हुए हिंदूवादी संगठनों के लोगो ने कहा कि जब आप इतने सालों से भजन गायन,भागवत कथा और आदि कार्यक्रमों में स्तन सालों से काम कर रहे हो तो आज तक आपने अपने घर पर सुंदरकांड,भागवत,जागरण जैसे पवित्र कार्यक्रम क्यों नहीं कराए। अगर ये भी नहींकर सकते तो शनिवार के शनिवार आप मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ ही शुरू कर दो हम मान जाएंगे कि आप भाईचारा निभा रहे है।

मथुरा- संवाददाता, ( बी एल पाण्डेय )।

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राष्ट्रीय हिंदत्व कला एकता संगठन एवं काशी विद्वत परिषद,धर्माचार्य संघ के द्वारा जिलाधिकारी को दिया गया ज्ञापन

धर्मिक आयोजनों की मर्यादाओं का अपमान किया जा रहा है, यह हमारे धार्मिक आयोजन जैसे भागवत कथा राम कथा एवं अन्य कथाएं भजन संध्या एवं अन्य भजन कीर्तन देवी जागरण माता की चौकी जैसे पवित्र आयोजनों में नाम और पहचान छिपाकर जाते है।

मथुरा,24 मई 2025 (यूटीएन)। सनातन धर्म में धार्मिक आयोजन का महत्व बहुत ही पवित्र माना जाता है।और बड़ी ही शुद्धता और पवित्रा के साथ हर आयोजन को किया जाता है,और सनातन धर्म को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसी को लेकर राष्ट्रीय हिंदत्व कला एकता संगठन ,काशी विद्वत परिषद और धर्माचार्य संघ के द्वारा आज जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया गया। हिंदूवादी संगठनों के द्वारा कहा गया सनातन धर्म हम सनातनियो की आस्था का केन्द्र हैं, धर्म विशेष के लोगो के द्वारा हमारे धर्मिक आयोजनों की मर्यादाओं का अपमान किया जा रहा है, यह हमारे धार्मिक आयोजन जैसे भागवत कथा राम कथा एवं अन्य कथाएं भजन संध्या एवं अन्य भजन कीर्तन देवी जागरण माता की चौकी जैसे पवित्र आयोजनों में नाम और पहचान छिपाकर जाते है।

अयोजको द्वारा लगाए गए तिलक को मिटा देते है सम्मान में जो देवी देवताओं की छवि के मोमेंटम और चित्रपट मिलते है उन्हें भी वही छोड़ जाते हैं और ये मांसभक्षी है जहां पवित्र अनुष्ठानिक आयोजनों मैं स्वयं आयोजक लहसुन प्याज़ तक नही खाते वहां इन मांसभक्षियो का आना उचित नही है इन्होंने फ़र्ज़ी हिन्दू नाम रखे हुए है जिस पहचान से ये हिन्दू धर्मिक आयोजन करते है, उन्ही नमो से फ़र्ज़ी आधार कार्ड भी बनवा रखे है नाम जिहाद के साथ , वैचारिक जिहाद और लव जिहाद भी धार्मिक कार्यों के माध्यम से फैलाया जा रहा है आज वृन्दावन के संत धर्माचार्यों आचार्य ब्राह्मण संगठन के कार्यकर्ता एवं वृन्दावन मथुरा आगरा हाथरस अलीगढ़ एवम आस पास के सैकड़ों सनातनियों ने एसएसपी साहब और डीएम साहब को व्यापन दिया गया।

हमारी मांगे है कि अगर आपको हमारे पवित्र कार्यक्रमों में आना है तो ओरिजनल नाम और आपका जो स्वरूप है जालीदार टोपी लागकर धर्म की मर्यादाओं को ध्यान मैं रखकर आप कार्य कर सकते हैं। हमे उसमें कोई आपत्ति नहीं। ताकि हमारी बहन बेटियों को आपके बारे में और आपके धर्म के बारे सब पता रहे।

वहीं मीडिया से करते हुए हिंदूवादी संगठनों के लोगो ने कहा कि जब आप इतने सालों से भजन गायन,भागवत कथा और आदि कार्यक्रमों में स्तन सालों से काम कर रहे हो तो आज तक आपने अपने घर पर सुंदरकांड,भागवत,जागरण जैसे पवित्र कार्यक्रम क्यों नहीं कराए। अगर ये भी नहींकर सकते तो शनिवार के शनिवार आप मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ ही शुरू कर दो हम मान जाएंगे कि आप भाईचारा निभा रहे है।

मथुरा- संवाददाता, ( बी एल पाण्डेय )।

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