बिहारशरीफ,20 मई 2025 (यूटीएन)। राजगीर स्थित प्रसिद्ध नौलखा मंदिर में हुई सनसनीखेज लूट का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही पर्दाफाश कर दिया है। अपराध की इस वारदात में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि मंदिर के मुख्य पुजारी का बेटा और भतीजा ही इस अपराध के सूत्रधार निकले।
*परिसर के अंदर रचा गया था ‘षड्यंत्र’*
नालंदा पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने कहा कि नौलखा मंदिर के श्वेतांबर धर्मशाला में 19 मई की रात्रि लगभग 2 से 2:30 बजे के बीच यह घटना घटित हुई। अपराधियों ने नाइट गार्ड को गंभीर रूप से जख्मी करते हुए मंदिर की दानपेटी से 8,05,090 रुपए लूट लिए। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी राजगीर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया। एसपी सोनी ने बताया कि मंदिर के मुख्य पुजारी के परिवार के ही सदस्य इस लूट के मास्टरमाइंड थे। गिरफ्तार अभियुक्तों में विनीत कुमार (पुजारी का बेटा), परमीत तिवारी (पुजारी का भतीजा), बच्चन कुमार (श्वेतांबर धर्मशाला का सहायक सुपरवाइजर), कन्हैया कुमार और हीरा कुमार शामिल हैं।
*हथियारों का जखीरा भी बरामद*
जांच टीम ने अपराधियों के पास से लूटी गई संपूर्ण राशि के अलावा एक देसी पिस्तौल, पॉइंट 315 का दो जिंदा कारतूस, 7.65 एमएम का 11 जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त टीवीएस मोटरसाइकिल, तीन मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल किया गया लोहे का चाकू भी बरामद किया है।
*गंभीर रूप से घायल गार्ड अब खतरे से बाहर*
एसपी सोनी ने बताया कि अपराधियों द्वारा गंभीर रूप से घायल किए गए नाइट गार्ड को तुरंत इलाज दिलाना हमारी पहली प्राथमिकता थी। पुलिस एस्कॉर्ट के साथ उन्हें रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वे अब खतरे से बाहर हैं।
*एक माह में होगा स्पीडी ट्रायल : अपराधियों ने कबूला जुर्म*
एसपी ने बताया कि सभी अभियुक्तों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। राजगीर एसडीपीओ को निर्देश दिया है कि एक माह के अंदर सभी साक्ष्य एकत्र कर मामले का स्पीडी ट्रायल करवाया जाए।
*लालच बना अपराध का कारण : श्रद्धालुओं के दान पर थी नजर*
पूछताछ में सामने आया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दान की जाने वाली राशि का लालच ही इस अपराध का मुख्य कारण था। मंदिर कमेटी द्वारा त्रैमासिक रूप से दानपेटी खोली जाती थी, जिसमें बड़ी राशि जमा होने की जानकारी होने के कारण पुजारी परिवार के ही सदस्यों ने इस वारदात को अंजाम दिया। नौलखा मंदिर राजगीर का प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थल है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
ऐसे संवेदनशील स्थान पर हुई इस घटना से क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। एसपी सोनी ने बताया कि आसपास के जिलों से अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है, ताकि अदालत में पूर्ण साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकें और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।
बिहार – स्टेट ब्यूरो,( प्रणय राज) |