Monday, June 30, 2025

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कार्यशाला आयोजित: जन्म के समय श्वसन में तकलीफ हो तो नवजात शिशुओं को त्वरित सहायता कैसे मिले

जिलाधिकारी अस्मिता लाल की पहल पर यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन लिटिल फीट फाउंडेशन तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सांस श्वासावरोध और नवजात शिशु के जीवन के लिए रणनीतिक कार्रवाई पहल को जिले में सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा।

बागपत, 17 मई 2025 (यूटीएन)। जिलाधिकारी अस्मिता लाल के नेतृत्व में नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए साँस SAANS – The First Breath पहल को जनपद बागपत में प्रभावी रूप से लागू किया गया है। इस पहल का लक्ष्य प्रत्येक नवजात शिशु को जन्म के शुरुआती क्षणों में जीवनदायिनी पहली सांस सुनिश्चित करना है। डॉ अभिनव तोमर बाल रोग विशेषज्ञ ने एक दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को जन्म के उपरांत किन-किन चीजों का लेबर रूम में विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, को विस्तार से बताया।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल की पहल पर यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन लिटिल फीट फाउंडेशन तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सांस श्वासावरोध और नवजात शिशु के जीवन के लिए रणनीतिक कार्रवाई पहल को जिले में सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा। पहल का उद्देश्य जन्म के समय श्वसन में तकलीफ झेल रहे नवजात शिशुओं को त्वरित सहायता प्रदान करना है।

कार्यक्रम में जनपद के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों के डिलीवरी स्टाफ को नवजात पुनर्जीवन Neonatal Resuscitation की तकनीकों पर प्रशिक्षित किया गया, ताकि नवजात शिशुओं को समय पर और सही देखभाल मिल सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तीरथ लाल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस मलिक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपा सिंह सहित संबंधित संस्थाओं के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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कार्यशाला आयोजित: जन्म के समय श्वसन में तकलीफ हो तो नवजात शिशुओं को त्वरित सहायता कैसे मिले

जिलाधिकारी अस्मिता लाल की पहल पर यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन लिटिल फीट फाउंडेशन तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सांस श्वासावरोध और नवजात शिशु के जीवन के लिए रणनीतिक कार्रवाई पहल को जिले में सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा।

बागपत, 17 मई 2025 (यूटीएन)। जिलाधिकारी अस्मिता लाल के नेतृत्व में नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए साँस SAANS – The First Breath पहल को जनपद बागपत में प्रभावी रूप से लागू किया गया है। इस पहल का लक्ष्य प्रत्येक नवजात शिशु को जन्म के शुरुआती क्षणों में जीवनदायिनी पहली सांस सुनिश्चित करना है। डॉ अभिनव तोमर बाल रोग विशेषज्ञ ने एक दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को जन्म के उपरांत किन-किन चीजों का लेबर रूम में विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, को विस्तार से बताया।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल की पहल पर यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन लिटिल फीट फाउंडेशन तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सांस श्वासावरोध और नवजात शिशु के जीवन के लिए रणनीतिक कार्रवाई पहल को जिले में सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा। पहल का उद्देश्य जन्म के समय श्वसन में तकलीफ झेल रहे नवजात शिशुओं को त्वरित सहायता प्रदान करना है।

कार्यक्रम में जनपद के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों के डिलीवरी स्टाफ को नवजात पुनर्जीवन Neonatal Resuscitation की तकनीकों पर प्रशिक्षित किया गया, ताकि नवजात शिशुओं को समय पर और सही देखभाल मिल सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ तीरथ लाल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस मलिक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपा सिंह सहित संबंधित संस्थाओं के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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