पंजाब, 31 मार्च 2023 (यूटीएन)। दशहरा कमेटी की ओर से राम नवमी का पर्व प्रताप रोड पर सूद पेस्टीसाइड पर मनाया गया। सर्वप्रथम भगवान राम के दरबार में समाज सेवी संजीव सूद, दशहरा कमेटी के अध्यक्ष मोहन लाल सेठी, नगर निगम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, मुख्यतिथि के तौर पर पहुंचे भाजपा के जिलाध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग, कैशियर वेद व्यास कांसल, महासचिव ओमकार सिंगला, आर.सी.चावला, पूर्व विधायक विजय साथी, कांग्रेस की हलका इंचार्ज माल्विका सूद सच्चर, संजीव अरोड़ा एस पी बैटरी वाले, राजेश सूद, संजीव कालड़ा, मास्टर दर्शन कांसल उपस्थित हुए। इस समागम में जिला भाजपा के जिला अध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग ने भगवान राम के चित्र पर नत्मस्त होकर भगवान राम का आशीर्वाद लिया तथा कहा कि।
दशहरा कमेटी द्वारा जो यह प्रयास किया जा रहा है वह अच्छा कदम है तथा इससे हमारी नौजवान पीढ़ी को भगवान राम के आदर्शो तथा शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर अपना जीवन सफल बनाने में मदद मिलेगी तथा आज के समय में नौजवानों को बुराईयों से दूर रखने के लिए ऐसे समागम करवाना जरूरी है। इस अवसर दशहरा कमेटी के अध्यक्ष मोहन लाल सेठी राम नवमी की सभी इलाका निवासियों को बधाई देते हुए कहा कि भगवान राम ने जिस प्रकार दुनियां को भाई प्रेम, पिता आज्ञा तथा समर्पण, त्याग का संदेश दिया है उसको हम अपनाकर अपने समाज, परिवार तथा देश को राम राज्य बनाने में अहम योगदान डाल सकते हैं। उन्होंने भाजपा के जिलाध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग व अन्य गणमान्यों का इस समागम में आने पर उनका धन्यवाद किया तथा दशहरा कमेटी की ओर से उन्हें भगवान राम का चित्र देकर सम्मानित भी किया गया।
इस उपरांत समूह सदस्यों ने श्री राम स्तुति का पाठ करके सरबत के भले की कामना की। इस अवसर पर भगवान राम को लड्डूओं का भोग लगाकर सभी को प्रसाद वितरित किया गया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म उत्सव दशहरा कमेटी द्वारा प्रत्येक वर्ष श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर हलका इंचार्ज कांग्रेस मालविका सूद सच्चर ने कहा कि कहा कि भगवान राम के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर धार्मिक कार्यों में युवा आगे आए। उन्होंने कहा कि हमें भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेते हुए बड़ों का सत्कार व छोटों से प्यार करना चाहिए। भगवान राम ने राज्य को छोड़कर पिता के कहने पर 14 वर्ष बनवास में बिताए, अर्थात माता-पिता की आज्ञा का पालन करके संदेश दिया कि हमें माता-पिता से बढ़कर कुछ नहीं होता। इसलिए सदैव उनकी आज्ञा का पालन करें।