बिनौली, 12 मार्च 2025 (यूटीएन)। बरनावा लाक्षागृह स्थित महानंद संस्कृत विद्यालय सभागार में बुधवार को बजाज हिंदुस्थान शुगर लि किनोनी के तत्वाधान में बसंतकालीन गन्ना बुवाई को लेकर किसान गोष्ठी में विशेषज्ञों ने गन्ने की उन्नत प्रजातियां एवं कीट प्रबंधन की किसानों को जानकारी दी।
गोष्ठी में गन्ना शोध केंद्र मुजफ्फरनगर से आए वरिष्ठ गन्ना वैज्ञानिक डा पाल राणा ने कहा कि, प्रदेश में गन्ने की उत्पादकता अन्य राज्यों की अपेक्षा कम है। इसका मुख्य कारण पुरानी गन्ना प्रजातियों की बुवाई एवं फसल में कीटों व बीमारियों का प्रकोप है। उन्होंने गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए नई उन्नतशील प्रजातियों की बुवाई ट्रेंच विधि से करने के साथ ही ऑर्गेनिक खादों का प्रयोग करने का आह्वान किया।साथ ही कीटो की रोकथाम हेतु मानक कीटनाशकों का प्रयोग करने की सलाह दी।
बताया कि,फसलों में यूरिया डीएपी के अधिक प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति घटती जा रही है। इसलिए किसानों को फसल चक्र अपनाना चाहिए। डीसीओ बागपत अमर प्रताप सिंह व डीसीओ मेरठ बृजेश कुमार पटेल ने गन्ने की स्वीकृत प्रजातियों की बुवाई करने और रासायनिक खादों की अपेक्षा ऑर्गेनिक खादों का प्रयोग करने की सलाह दी।
मलकपुर गन्ना समिति सचिव अनिल यादव ने अस्वीकृत गन्ना प्रजातियो की बुवाई नहीं करने की अपील की। वहीं किनौनी शुगर मिल यूनिट हेड केपी सिंह, महाप्रबंधक (गन्ना )जयवीर सिंह ने किसानो को मृदा परीक्षण कराने को जागरूक किया। गन्ना विकास हेड आदेश तोमर के संचालन मैं हुई गोष्ठी में एजीएम महकार सिंह, राजीव चौधरी, दुष्यंत त्यागी, उदयवीर सिंह, विनय कुमार, योगेंद्र सिंह, संजीव पूनिया, मनीष, गुरुवचन सिंह, राज सिंह उपेंद्र प्रधान कुलबीर आदि मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |