Wednesday, March 12, 2025

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पारस प्रभु के विख्यात अतिशय क्षेत्र बडागांव में हुआ महामंडल विधान, भक्तिमय कार्यक्रमों ने मन मोहा

जैन धर्मावलंबियों ने 32 अर्घ्य चढ़ाकर प्रभु का विधिवत् पूजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

खेकड़ा, 10 मार्च 2025 (यूटीएन)। पारस प्रभु अतिशय क्षेत्र बड़ा गांव के त्रिलोक तीर्थ धाम, प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर और शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान के अंतर्गत रविवार को भक्तिमय पूजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जैन धर्मावलंबियों ने 32 अर्घ्य चढ़ाकर प्रभु का विधिवत् पूजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
विधान के दौरान तीनों मंदिरों में प्रभु का अभिषेक, शांति धारा और मंत्रित जल से मंडप शुद्धि की गई। इस दौरान कष्ट निवारक क्रियाओं के पश्चात् विधानाचार्य पं अंकित जैन व अन्य आचार्यों ने मंत्रोच्चार के माध्यम से विधान पूजन संपन्न कराया। संगीत मंडलियों द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति से श्रद्धालु भावविभोर हो गए। विधान समापन पर प्रभु की महाआरती की गई। 
संध्या काल में आयोजित प्रभु भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर्यिका माता ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि, सिद्ध चक्र महामंडल विधान कष्टों का निवारण कर सुख-शांति प्रदान करता है। इस अवसर पर राजीव जैन, सूर्य प्रताप जैन, नितिन जैन, आकाश जैन, अमित जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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पारस प्रभु के विख्यात अतिशय क्षेत्र बडागांव में हुआ महामंडल विधान, भक्तिमय कार्यक्रमों ने मन मोहा

जैन धर्मावलंबियों ने 32 अर्घ्य चढ़ाकर प्रभु का विधिवत् पूजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

खेकड़ा, 10 मार्च 2025 (यूटीएन)। पारस प्रभु अतिशय क्षेत्र बड़ा गांव के त्रिलोक तीर्थ धाम, प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर और शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान के अंतर्गत रविवार को भक्तिमय पूजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जैन धर्मावलंबियों ने 32 अर्घ्य चढ़ाकर प्रभु का विधिवत् पूजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
विधान के दौरान तीनों मंदिरों में प्रभु का अभिषेक, शांति धारा और मंत्रित जल से मंडप शुद्धि की गई। इस दौरान कष्ट निवारक क्रियाओं के पश्चात् विधानाचार्य पं अंकित जैन व अन्य आचार्यों ने मंत्रोच्चार के माध्यम से विधान पूजन संपन्न कराया। संगीत मंडलियों द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति से श्रद्धालु भावविभोर हो गए। विधान समापन पर प्रभु की महाआरती की गई। 
संध्या काल में आयोजित प्रभु भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर्यिका माता ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि, सिद्ध चक्र महामंडल विधान कष्टों का निवारण कर सुख-शांति प्रदान करता है। इस अवसर पर राजीव जैन, सूर्य प्रताप जैन, नितिन जैन, आकाश जैन, अमित जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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