Wednesday, March 12, 2025

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युवक ने दादा-दादी समेत तीन को कुल्हाड़ी से काट डाला; ताबड़तोड़ वार से सिर और जबड़े के हुए टुकड़े; तस्वीरें

गोरखपुर के झंगहा इलाके में शुक्रवार की भोर में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक ने भैंस को मारने से मना करने पर अपने दादा उनके भाई और दादी को कुल्हाड़ी और फावड़े से काट डाला। दादी के तो सिर के ही टुकड़े हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को कुल्हाड़ी और फावड़े के साथ गिरफ्तार कर लिया। किसी तरह जान बचाकर भागी आरोपी की मां की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है।

मोतीराम अड्डा के कोइरान टोला निवासी कुसमावती पत्नी विजय बहादुर मौर्य ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उनका बेटा रामदयाल (25) मानसिक रूप से बीमार है। उसका इलाज चल रहा है। 

शुक्रवार को तड़के करीब पांच बजे रामदयाल भैंस को कुल्हाड़ी से मारने लगा। दादा कुबेर (72) ने उसे रोकने की कोशिश की तो उन पर कुल्हाड़ी और फावड़े से हमला कर दिया। बीच बचाव करने आई दादी द्रौपदी देवी (70) और कुबेर के बड़े भाई साधू (75) पर भी कुल्हाड़ी लेकर टूट पड़ा। दादी के सिर और जबड़े के टुकड़े हो गए।
रामदयाल की सनक देखकर मां कुसमावती जान बचाने के लिए भाग गईं। रामदयाल के हमले से लहूलुहान होकर कुबेर, द्रौपदी और साधू जमीन पर गिरकर तड़पते रहे। तीनों बुजुर्गों की मौत होने तक आरोपी उनके पास बैठा रहा। कुल्हाड़ी लिए बैठे रामदयाल का सनकी रूप देखकर कोई ग्रामीण या पड़ोसी बुजुर्गों की मदद के लिए आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा सका। 

वारदात की सूचना पर एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव गांव में पहुंचे और ग्रामीणों से पूछताछ कर छानबीन की। वहीं फारेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्रित किए।


दो दिन पहले पुलिस से छुड़ाया था दादा-दादी ने
रामदयाल पिछले एक सप्ताह से उग्र था। उसका एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद से अजीब हरकतें कर रहा था। ग्रामीणों का कहना था कि काश कुबेर और उनकी पत्नी ने दो दिन पहले पोते रामदयाल को पुलिस से नहीं बचाया होता तो वह जिंदा होते। बताया कि रामदयाल ने दो दिन पहले गांव के रहने वाले सुरेश यादव के बेटे नीरज को लाठी से मार दिया था। इसके बाद राजेंद्र मौर्य को हंसिए से मारा था।

इस मामले में पुलिस रामदयाल को थाने ले जा रही थी, लेकिन कुबेर और उनकी पत्नी ने विनती करके उसे छुड़ा लिया था। पुलिसकर्मियों ने पूछा था कि राम दयाल की दवा करा रहे हैं तो कुबेर ने कहा था कि सोखा को दिखाया है। उन्होंने भभूत दिया है। इस पर पुलिस वालों ने अच्छे डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी थी।

ग्रामीण बोले
दो दिन पहले रामदयाल ने मेरे बेटे पर हमला किया था, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस मौके पर आई और बिना कोई कार्रवाई किए चली गई। अगर पुलिस ने कार्रवाई कर दी होती तो आज तीन बुजुर्गों की जान बच जाती।– सुरेश यादव, ग्रामीण

तीन पीढ़ियों से परिवार में मानसिक बीमारी की समस्या है। बीते बृहस्पतिवार को शाम सात बजे भी वह रामदयाल ने हंगामा किया था। धारदार हथियार लेकर सड़कों पर घूम रहा था। गांव में अफरा तफरी का माहौल था।– इंद्रेश मौर्या, ग्रामीण

इस परिवार से गांव के लोग कम ही मतलब रखते थे। हमेशा इनके परिवार में झगड़ा होता था। कोई छुड़ाने भी नहीं जाता था। तंत्र-मंत्र में ही लगे रहते थे, अच्छे से इलाज कराते हो तो उसका लाभ होता।– जितेन्द्र मौर्या, ग्रामीण

आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया है। वह मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। मां की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।– जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसपी उत्तरी

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युवक ने दादा-दादी समेत तीन को कुल्हाड़ी से काट डाला; ताबड़तोड़ वार से सिर और जबड़े के हुए टुकड़े; तस्वीरें

गोरखपुर के झंगहा इलाके में शुक्रवार की भोर में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक ने भैंस को मारने से मना करने पर अपने दादा उनके भाई और दादी को कुल्हाड़ी और फावड़े से काट डाला। दादी के तो सिर के ही टुकड़े हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को कुल्हाड़ी और फावड़े के साथ गिरफ्तार कर लिया। किसी तरह जान बचाकर भागी आरोपी की मां की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है।

मोतीराम अड्डा के कोइरान टोला निवासी कुसमावती पत्नी विजय बहादुर मौर्य ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उनका बेटा रामदयाल (25) मानसिक रूप से बीमार है। उसका इलाज चल रहा है। 

शुक्रवार को तड़के करीब पांच बजे रामदयाल भैंस को कुल्हाड़ी से मारने लगा। दादा कुबेर (72) ने उसे रोकने की कोशिश की तो उन पर कुल्हाड़ी और फावड़े से हमला कर दिया। बीच बचाव करने आई दादी द्रौपदी देवी (70) और कुबेर के बड़े भाई साधू (75) पर भी कुल्हाड़ी लेकर टूट पड़ा। दादी के सिर और जबड़े के टुकड़े हो गए।
रामदयाल की सनक देखकर मां कुसमावती जान बचाने के लिए भाग गईं। रामदयाल के हमले से लहूलुहान होकर कुबेर, द्रौपदी और साधू जमीन पर गिरकर तड़पते रहे। तीनों बुजुर्गों की मौत होने तक आरोपी उनके पास बैठा रहा। कुल्हाड़ी लिए बैठे रामदयाल का सनकी रूप देखकर कोई ग्रामीण या पड़ोसी बुजुर्गों की मदद के लिए आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा सका। 

वारदात की सूचना पर एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव गांव में पहुंचे और ग्रामीणों से पूछताछ कर छानबीन की। वहीं फारेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्रित किए।


दो दिन पहले पुलिस से छुड़ाया था दादा-दादी ने
रामदयाल पिछले एक सप्ताह से उग्र था। उसका एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद से अजीब हरकतें कर रहा था। ग्रामीणों का कहना था कि काश कुबेर और उनकी पत्नी ने दो दिन पहले पोते रामदयाल को पुलिस से नहीं बचाया होता तो वह जिंदा होते। बताया कि रामदयाल ने दो दिन पहले गांव के रहने वाले सुरेश यादव के बेटे नीरज को लाठी से मार दिया था। इसके बाद राजेंद्र मौर्य को हंसिए से मारा था।

इस मामले में पुलिस रामदयाल को थाने ले जा रही थी, लेकिन कुबेर और उनकी पत्नी ने विनती करके उसे छुड़ा लिया था। पुलिसकर्मियों ने पूछा था कि राम दयाल की दवा करा रहे हैं तो कुबेर ने कहा था कि सोखा को दिखाया है। उन्होंने भभूत दिया है। इस पर पुलिस वालों ने अच्छे डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी थी।

ग्रामीण बोले
दो दिन पहले रामदयाल ने मेरे बेटे पर हमला किया था, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस मौके पर आई और बिना कोई कार्रवाई किए चली गई। अगर पुलिस ने कार्रवाई कर दी होती तो आज तीन बुजुर्गों की जान बच जाती।– सुरेश यादव, ग्रामीण

तीन पीढ़ियों से परिवार में मानसिक बीमारी की समस्या है। बीते बृहस्पतिवार को शाम सात बजे भी वह रामदयाल ने हंगामा किया था। धारदार हथियार लेकर सड़कों पर घूम रहा था। गांव में अफरा तफरी का माहौल था।– इंद्रेश मौर्या, ग्रामीण

इस परिवार से गांव के लोग कम ही मतलब रखते थे। हमेशा इनके परिवार में झगड़ा होता था। कोई छुड़ाने भी नहीं जाता था। तंत्र-मंत्र में ही लगे रहते थे, अच्छे से इलाज कराते हो तो उसका लाभ होता।– जितेन्द्र मौर्या, ग्रामीण

आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया है। वह मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। मां की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।– जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसपी उत्तरी

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