Tuesday, October 7, 2025

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टैलेंटेड लड़के-लड़कियों को साफ-सुथरा काम देना चाहती थी, गंदा नहीं : शालिनी चौधरी

अनुभव ने उन्हें सिखाया कि हमेशा इज़्ज़त के साथ काम करना है और ऐसे रास्ते नहीं चुनने जो उनकी सोच और मूल्यों के खिलाफ हों।

मुंबई, 21 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। मुंबई में अपने 17 सालों के सफर में एक्टर-प्रोड्यूसर शालिनी चौधरी ने सीखा है कि काम का मतलब सिर्फ अच्छा काम होना चाहिए, किसी भी गलत तरीके से नहीं। उनकी ज़िंदगी मुश्किलों से भरी रही, लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने उसे आसान बना दिया। इसी अनुभव ने उन्हें सिखाया कि हमेशा इज़्ज़त के साथ काम करना है और ऐसे रास्ते नहीं चुनने जो उनकी सोच और मूल्यों के खिलाफ हों। यही उनकी प्रोडक्शन हाउस की नींव है, जहाँ उनका मकसद इंडस्ट्री में एक सुरक्षित और ईमानदार माहौल बनाना है।

शालिनी कहती हैं, “मैंने एक्टिंग की और फिर प्रोड्यूसर भी बनी। एक इंटरनेशनल फिल्म में भी काम किया, जो लॉकडाउन के दौरान हुआ और बस मज़े के लिए किया था। मेरा प्रोडक्शन हाउस खोलने का सिर्फ एक कारण था। मार्केट में एक लड़की को अकेले जो हालात झेलने पड़ते हैं, वे अच्छे नहीं होते। इसलिए मैंने सोचा कि एक ऐसा प्रोडक्शन हाउस हो जहाँ टैलेंटेड लड़के-लड़कियां साफ-सुथरा काम करें और घर जाएं। यही मेरा मकसद था।

वह आगे कहती हैं, “मैंने अपने स्टाफ को भी साफ-साफ कह दिया है कि कोई भी गलत या गंदा काम यहां बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी मेरे पास काम के लिए आए, उसे सुरक्षित महसूस होना चाहिए। उनकी ताकत उनकी आध्यात्मिकता से आती है। “मैंने गुरुजी का आश्रय लिया है। वे छतरपुर के गुरुजी हैं। मैं हर रविवार उनकी सेवा में जाती हूं। मैं उनकी सेविका हूं। अब हम भगवान से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा कोई और नहीं,” उन्होंने विश्वास से कहा। आगे की योजनाओं पर शालिनी ने बस इतना कहा, “हमारे दो और प्रोजेक्ट आने वाले हैं, लेकिन फिलहाल उनकी डिटेल नहीं बता सकती।

मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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टैलेंटेड लड़के-लड़कियों को साफ-सुथरा काम देना चाहती थी, गंदा नहीं : शालिनी चौधरी

अनुभव ने उन्हें सिखाया कि हमेशा इज़्ज़त के साथ काम करना है और ऐसे रास्ते नहीं चुनने जो उनकी सोच और मूल्यों के खिलाफ हों।

मुंबई, 21 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। मुंबई में अपने 17 सालों के सफर में एक्टर-प्रोड्यूसर शालिनी चौधरी ने सीखा है कि काम का मतलब सिर्फ अच्छा काम होना चाहिए, किसी भी गलत तरीके से नहीं। उनकी ज़िंदगी मुश्किलों से भरी रही, लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने उसे आसान बना दिया। इसी अनुभव ने उन्हें सिखाया कि हमेशा इज़्ज़त के साथ काम करना है और ऐसे रास्ते नहीं चुनने जो उनकी सोच और मूल्यों के खिलाफ हों। यही उनकी प्रोडक्शन हाउस की नींव है, जहाँ उनका मकसद इंडस्ट्री में एक सुरक्षित और ईमानदार माहौल बनाना है।

शालिनी कहती हैं, “मैंने एक्टिंग की और फिर प्रोड्यूसर भी बनी। एक इंटरनेशनल फिल्म में भी काम किया, जो लॉकडाउन के दौरान हुआ और बस मज़े के लिए किया था। मेरा प्रोडक्शन हाउस खोलने का सिर्फ एक कारण था। मार्केट में एक लड़की को अकेले जो हालात झेलने पड़ते हैं, वे अच्छे नहीं होते। इसलिए मैंने सोचा कि एक ऐसा प्रोडक्शन हाउस हो जहाँ टैलेंटेड लड़के-लड़कियां साफ-सुथरा काम करें और घर जाएं। यही मेरा मकसद था।

वह आगे कहती हैं, “मैंने अपने स्टाफ को भी साफ-साफ कह दिया है कि कोई भी गलत या गंदा काम यहां बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी मेरे पास काम के लिए आए, उसे सुरक्षित महसूस होना चाहिए। उनकी ताकत उनकी आध्यात्मिकता से आती है। “मैंने गुरुजी का आश्रय लिया है। वे छतरपुर के गुरुजी हैं। मैं हर रविवार उनकी सेवा में जाती हूं। मैं उनकी सेविका हूं। अब हम भगवान से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा कोई और नहीं,” उन्होंने विश्वास से कहा। आगे की योजनाओं पर शालिनी ने बस इतना कहा, “हमारे दो और प्रोजेक्ट आने वाले हैं, लेकिन फिलहाल उनकी डिटेल नहीं बता सकती।

मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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