नई दिल्ली, 14 नवंबर 2024 (यूटीएन)। महिलाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्रीय सुरक्षा में उनकी भूमिका बढ़ाने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक निर्णय में गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ की पहली पूर्ण महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है. सीआईएसएफ उन महिलाओं के लिए एक पसंदीदा विकल्प रहा है, जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में देश की सेवा करना चाहती हैं, जो वर्तमान में बल का 7 फीसदी से अधिक है. महिला बटालियन के जुड़ने से देश भर में अधिक महत्वाकांक्षी युवा महिलाओं को सीआईएसएफ में शामिल होने और देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. सीआईएसएफ मुख्यालय ने नई बटालियन के मुख्यालय के लिए शीघ्र भर्ती, प्रशिक्षण और स्थान के चयन की तैयारी शुरू कर दी है.
*शुरू हुई प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया*
प्रशिक्षण को विशेष रूप से वीआईपी सुरक्षा में कमांडो के रूप में विविध भूमिका निभाने में सक्षम एक विशिष्ट बटालियन बनाने और हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो रेल कर्तव्यों की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया जा रहा है. 53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद महिला बटालियनों को तैयार करने का काम शुरू किया गया था. अभी सिर्फ मंजूरी मिली है. भारतीय प्रशिक्षण और चयन की प्रक्रिया ही शुरू हुई है.
*1969 में स्थापित हुआ था सीआईएसएफ*
सीआईएसएफ वर्तमान में 12 रिजर्व बटालियन संचालित करता है, जिन्हें अक्सर अस्थायी और स्थायी दोनों तरह के कामों के लिए सुदृढीकरण के रूप में तैनात किया जाता है, जैसे चुनाव ड्यूटी या हाल ही में कवर किए गए संसद भवन परिसर जैसे प्रमुख स्थानों की रखवाली. 1969 में स्थापित सीआईएसएफ में लंबे समय से महिला कर्मियों की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही है, खासकर 68 नागरिक हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो और ताजमहल और लाल किला जैसी ऐतिहासिक जगहों पर.