पिंजौर, 02 सितम्बर 2023 (यूटीएन)। मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर 2018 को एचएमटी पिंजौर की जमीन में सेब मंडी का नींव पत्थर रखा था। उस समय सरकार द्वारा बड़े दावे किए गए थे कि यहां पर क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा परन्तु हालात यह हैं कि मंडी में हिमाचल से जो हमारे सेब कारोबारी आए हैं। वो भी यहां आकर अपने आपको ठगा महसूस कर रहें हैं। यह बात कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने कही चौधरी ने
हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पहले तो एचएमटी की ओधोगिक जमीन पर कोई कारखाना लगाने की जगह सेब मंडी बनाकर जमीन का इस्तेमाल गलत कर दिया। ऊपर से जनता का करोड़ो रु सेब मंडी पर लगा दिया। जिसका क्षेत्र वासियों को कोई लाभ नहीं हुआ। सेब मंडी में क्षेत्र वासियों को रोजगार मिलना तो दूर की बात हैं जो यहां पर अभी तक चार आढ़ती आए हैं वो भी यहां आकर अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।
अधिकारियों ने कारोबारियों से किया धोखा विधायक चौधरी ने कहा कि गत माह हमारे पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से सेब के चार कारोबारी सीजन की पहली सेब की फसल लेकर बड़ी उम्मीद के साथ मंडी आए थे परन्तु आज उन्हें काफी परेशानी सहनी पड़ रही हैं क्योंकि सम्बंधित विभाग के अधिकारियों ने इन कारोबारियों को 2 प्रतिशत मार्किट फीस न लगाने की बात कही थी परन्तु अब फीस लगाकर उनके साथ धोखा किया जा रहा हैं।
अगर अधिकारियों ने कारोबारियों के साथ फीस न लगाने की बात की है तो उसे पूरा करें नहीं तो ऐसे में इनके साथ गलत होगा। यह कारोबारी हमारे मेहमान भी हैं इसलिए हरियाणा सरकार को इसमें कारोबारियों की समस्याएं सुनकर इनका जल्द समाधान करवाना चाहिए और क्षेत्र वासियों के लिए जिस रोजगार को दिलवाने का दावा किया था उसे भी पूरा करवाए।
हरियाणा-स्टेट ब्यूरो, (सचिन बराड़)।