[pj-news-ticker]

नमस्कार हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 7078277779 / +91 9927127779 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें ,




साउथ वाले करते हैं सबसे ज्यादा ऑर्गन डोनेट

देश में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी दिल्ली एम्स में हुई थी, लेकिन अंगदान के मामले में दिल्ली-एनसीआर काफी पीछे है।

नई दिल्ली, 05 मई 2023 (यूटीएन)। देश में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी दिल्ली एम्स में हुई थी, लेकिन अंगदान के मामले में दिल्ली-एनसीआर काफी पीछे है। इस मामले में दक्षिण भारत के राज्य कहीं आगे हैं। दिल्ली पूरे देश के टॉप पांच राज्यों में भी शामिल नहीं है, जबकि लिविंग डोनेशन(जिंदा शख्स का अंगदान) के ट्रांसप्लांट के मामले में दिल्ली पूरे देश में टॉप पर है।
हालांकि, पिछले एक साल से इसमें सुधार हो रहा है। एक साल पहले एम्स में पहला लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया था। पिछले साल अगस्त में आरएमएल अस्पताल ने अपना पहला हार्ट ट्रांसप्लांट किया और अब बुधवार को सफदरजंग अस्पताल ने पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की है। यह ट्रेंड कहीं न कहीं अंगदान का इंतजार कर रहे उन मरीजों के लिए नया जीवन मिलने की एक उम्मीद बढ़ाता है।
*दक्षिण के राज्यों में तेजी से बढ़ रहे डोनर*
1994 में देश में पहली बार एम्स में हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई थी। डॉक्टर वेणुगोपाल के नेतृत्व में एम्स ने हार्ट ट्रांसप्लांट किया, लेकिन दिल्ली में अंगदान के प्रति लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव नहीं आया, जबकि दक्षिण के राज्यों में अंगदान के प्रति लोगों में इतनी जागरूकता बढ़ी कि आज वहां औसतन हर साल सैकड़ों की संख्या में अंगदान हो रहे हैं और उसी तरह से सर्जरी भी हो रही हैं.
*पिछले साल दिल्ली में कुल 32 डोनेशन* पिछले साल 2022 में दिल्ली में कुल 31 डोनेशन हुए, जिसमें 17 हार्ट ट्रांसप्लांट किए गए और 4 लंग्स ट्रांसप्लांट हुए। जबकि एम्स और एम्स ट्रॉमा सेंटर में पिछले साल 17 अंगदान हुए। इस साल अब तक 5 अंगदान हो चुके हैं। पिछले एक साल में पहली बार आरएमएल और सफदरजंग अस्पताल ने हार्ट ट्रांसप्लांट किए। पिछले साल 24 अगस्त को आरएमएल में हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ और इस साल 3 मई को सफदरजंग अस्पताल में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ। अब दिल्ली में चार सरकारी सेंटर हो गए, जहां पर हार्ट ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। जिनमें एम्स और आर्मी हॉस्पिटल पहले से यह सर्जरी कर रहे हैं।
*देश भर में अंगदान और ट्रांसप्लांट*
दिल्ली में अब कुल 11 सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल हो गए हैं, जिनके पास हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी के लाइसेंस हैं और वहां पर सर्जरी हो रही हैं। पूरे देश की बात करें तो अब डोनेशन और अंग के इस्तेमाल में भी सुधार हुआ है। 2016 में देश में 930 लोगों के अंगदान हुए। जिनमें से 2256 ट्रांसप्लांट किए गए। 2022 में 904 डोनेशन हुए, जिसमें से 2765 अंगों का ट्रांसप्लांट किया गया। लिविंग डोनेशन में दिल्ली पूरे देश में टॉप पर है। पिछले साल 3623 ट्रांसप्लांट हुए, जबकि कैडेवर डोनेशन में आगे रहने वाले राज्य तमिलनाडु और महाराष्ट्र में सिर्फ 1691 और 1211 ट्रांसप्लांट ही हुए।
*देश में होने वाले अंगदान और ट्रांसप्लांट क्यों हो रहे हैं कम?*
एम्स के हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर मिलिंद होते ने कहा कि साउथ में कैडेवर डोनेशन के बारे में लोग जागरूक हैं। वो इलाज कराना भी चाहते हैं और वहां पर कई ऐसे अस्पताल हैं, जो डेडिकेटेड तौर पर केवल ट्रांसप्लांट ही करते हैं। इसलिए वहां पर मरीजों की वेटिंग भी ज्यादा है। पूरे देश से लोग इस उम्मीद में वहां पर ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं कि अंग जल्दी मिल जाएगा, क्योंकि वहां पर अंगदान बहुत ज्यादा है।
*लोगों को जागरूक करने की जरूरत?*
एम्स ट्रॉमा सेंटर में ऑर्गन डोनेशन प्रोग्राम की अगुवाई करने वाले डॉक्टर दीपक गुप्ता ने कहा कि साउथ में लोग सबसे ज्यादा जागरूक हैं, इसलिए वहां पर सबसे ज्यादा अंगदान होते हैं। इसके बाद वेस्ट में गुजरात और महाराष्ट्र में अंगदान हो रहे हैं, लेकिन सेंटर और ईस्ट में बहुत कम है। इसी तरह नॉर्थ इंडिया जिसमें दिल्ली भी है, जहां पर अंगदान की संख्या काफी सीमित है। नॉर्थ इंडिया में दिल्ली और चंडीगढ़ में ही अंगदान हो रहे हैं। बाकी शहर में कुछ नहीं हो रहा है। इसे बदलने की जरूरत है। इस पर नए सिरे से सोचने और डॉक्टरों तक को जागरूक करने की जरूरत है।
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

[wonderplugin_carousel id="1"]
RELATED ARTICLES

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

Most Popular

आज का राशिफल देखें